यूपी: गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर केस में स्पेशल टास्क फोर्स ने प्रेस नोट जारी कर पूरे घटनाक्रम से अवगत किया

एसटीएफ ने जनपद कानपुर नगर में घटित लोमहर्षक हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त विकास दुबे महाकाल मंदिर उज्जैन मध्य प्रदेश से गिरफ्तार हुआ था. इस अभियुक्त को दिनांक 9 जुलाई 2020 को एसटीएफ उत्तर प्रदेश की टीम द्वारा उज्जैन से कानपुर संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत करने हेतु ले जाने के दौरान जनपद कानपुर में थाना सचेंडी अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के उपरांत दुर्दांत अपराधी द्वारा निरीक्षक श्री रमाकांत पचौरी से पिस्टल छीन कर भागने का प्रयास करते हुए पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई. जिस पर पुलिस पार्टी द्वारा आत्मरक्षार्थ संयमित फायरिंग में अपराधी विकास दुबे घायल हो गया जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.



प्रेस नोट में आगे लिखा गया कि जनपद कानपुर के थाना चौबेपुर पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 191/ 2020 धारा 147, 148, 149, 504, 323, 364, 342, 307 भारतीय दंड विधान व 07सीएलए एक्ट में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दिनांक 2/ 3 जुलाई 2020 को तत्कालीन क्षेत्राधिकारी बिल्हौर श्री देवेंद्र मिश्र के नेतृत्व में, मैं दोहन करने वाले हिस्ट्रीशीटर गिरोह बंद वांछित दुर्दांत अपराधी विकास दुबे पुत्र राज कुमार दुबे ग्राम बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर के घर दबिश देने हेतु पुलिस टीम गई थी. कार्रवाई के दौरान पूर्व नियोजित योजना के अनुसार अपराधी विकास दुबे द्वारा अपने घर की तरफ आने वाले मुख्य मार्ग का रास्ता जेसीबी से अवरोध कर साथियों के साथ छतों से मोर्चा लेकर पुलिस बल पर घात लगाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, जिसमें तत्कालीन क्षेत्राधिकारी बिल्हौर श्री देवेंद्र मिश्र एवं उनके हमराही 3उपनिरीक्षक व चार आरक्षी शहीद हो गए, तथा 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. अभियुक्तों द्वारा पुलिस टीम की एक एके- 47 राइफल व एक अदद इंसास राइफल एक आदत 9एमएम गलाक पिस्टल व दो अदद 9एमएम पिस्टल, मय कारतूस के लूट लिया गया था. इस संबंध में थाना चौबेपुर पर मुकदमा, विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे व अमर दुबे पुत्र संजीव दुबे निवासी गण ग्राम बिकरू थाना चौबेपुर जिला कानपुर नगर सहित कुल 21 ज्ञात 60-70 अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध पंजीकृत हुआ था.


इस दुर्दांत अपराधी एवं उसके गिरोह के अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिदेशक एसटीएफ उत्तर प्रदेश व पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ उत्तर प्रदेश द्वारा एसटीएफ मुख्यालय एवं फील्ड इकाइयों में कई टीमें गठित कर कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था. जिस पर एसटीएफ टीमों द्वारा उक्त आरोपियों के संबंध में अभी सूचना संकलन की कार्रवाई प्रारंभ की गई, तथा अभिसूचना तंत्र को सक्रिय किया गया. इस क्रम में एसटीएफ की टीमों द्वारा विभिन्न जनपदों प्रांतों में इन अपराधियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी, अभी सूचना संकलन के दौरान यह ज्ञात हुआ कि दिनांक 2/ 3 जुलाई 2020 की रात्रि को जनपद कानपुर नगर में घटित लोमहर्षक हत्याकांड का 5लाख रुपए का इनामी अपराधी विकास दुबे महाकाल मंदिर उज्जैन मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया. इस सूचना पर अभियुक्त विकास दुबे उपरोक्त को 9 जुलाई 2020 को एसटीएफ उत्तर प्रदेश द्वारा उज्जैन न्यायालय से नियमानुसार कानपुर नगर की न्यायालय में प्रस्तुत करने हेतु कानपुर नगर ले जाया जा रहा था.


अभियुक्त विकास दुबे को एसटीएफ उत्तर प्रदेश लखनऊ टीम द्वारा पुलिस उपाधीक्षक श्री तेज बहादुर सिंह एसटीएफ के नेतृत्व में सरकारी वाहन से लाया जा रहा था. यात्रा के दौरान जनपद कानपुर नगर के सचेंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत कन्हैयालाल अस्पताल के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग थाना सचेंडी कानपुर के पास पहुंचे थे, कि अचानक गाय भैंसों का झुंड भागता हुआ मार्ग पर आ गया, लंबी यात्रा से थके हुए चालक द्वारा इन जानवरों से दुर्घटना को बचाने के लिए अपने वाहन को अचानक से मोड़ने पर वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया. अचानक हुई इस घटना से वाहन में बैठे हुए



पुलिस अधिकारियों/ कर्मियों, निरीक्षक श्री रमाकांत पचौरी उपनिरीक्षक पंकज सिंह उपनिरीक्षक अनूप सिंह आरक्षी सत्यवीर आरक्षी प्रदीप कुमार को गंभीर चोटें आई. तथा क्षणिक रूप से अर्ध चेतना अवस्था में चले जाने के कारण, साथ में बैठा दुर्दांत अपराधी विकास दुबे अचानक घटित हुई इस परिस्थिति का लाभ उठाकर घायल निरीक्षक रमाकांत पचौरी की सरकारी पिस्टल हो झटके से खींच लिया. तथा दुर्घटनाग्रस्त सरकारी वाहन से निकलकर कच्चे मार्ग पर भागने लगा, पीछे से आ रहे दूसरे सरकारी वाहन में बैठे पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ उत्तर प्रदेश श्री तेज बहादुर सिंह मैं हमराही दुर्घटनाग्रस्त वाहन के पास पहुंचे,



पर दुर्घटनाग्रस्त वाहन के घायल पुलिसकर्मियों द्वारा बताया गया कि अचानक विकास दुबे, अचानक हुई सड़क दुर्घटना की परिस्थितियों का लाभ उठाकर, निरीक्षक रमाकांत पचौरी की सरकारी पिस्टल छीनकर कच्ची सड़क की तरफ फरार हो गया.


इस जानकारी पर पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ उत्तर प्रदेश श्री तेज बहादुर सिंह घायल पुलिसकर्मियों के उपचार हेतु संबंधित को आवश्यक निर्देश देने के उपरांत तत्काल फरार अपराधी विकास दुबे का पीछा किया गया. विकास दुबे द्वारा पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से पुलिस से छीनी गई पिस्टल से फायर करने लगा. अभियुक्त को जिंदा पकड़ने का भरपूर प्रयास करने के उद्देश्य से उसके काफी निकट पहुंच गए, परंतु विकास दुबे अंतिम क्षणों में पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा, अन्य कोई विकल्प न होने की दशा में पुलिस दल द्वारा भी आत्मरक्षार्थ एवं कर्तव्य पालनार्थ नियंत्रित फायर किया गया, जिसमें अभियुक्त विकास दुबे पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल होकर गिर गया.



जिसे तत्काल प्राथमिक उपचार के उपरांत पुलिस द्वारा सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. विकास द्वारा की गई फायरिंग में एसटीएफ उत्तर प्रदेश के मुख्य आरक्षी शिवेंद्र सिंह सेंगर व आरक्षी विमल यादव घायल हो गए जिनका उपचार चल रहा है.


उल्लेखनीय है कि गैंग लीडर मृतक अभियुक्त विकास दुबे पर मुकदमा अपराध संख्या 192/ 2020 धारा 147, 148, 149, 302, 307, 394, 120 बी भादवि व 7सीएलए थाना चौबेपुर जनपद कानपुर नगर में वांछित लवली फरार होने पर पूर्व में रुपए 5लाख का पुरस्कार घोषित किया गया था.