नई दिल्ली: विदेश में फंसे भारतीयों के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है. भारतीयों को योजनाबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा. आगामी 7 मई से भारतीयों को स्वदेश वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. सरकार ने स्पष्ट किया है कि विदेश से वापस लौटने वाले भारतीयों को हवाई किराया देना होगा. स्वदेश वापस लाने से पहले भारतीयों को स्क्रीनिंग होगी. भारतीयों को आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्टर करना अनिवार्य होगा.
विदेश में बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हैं. सिर्फ यूएई में ही डेढ़ लाख से ज्यादा भारतीय फंसे हैं. केंद्र सरकार खाड़ी देशों, ईरान और आसपास के देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाएगी. अमेरिका और ब्रिटेन में फंसे भारतीयों को भी वापस लाया जाएगा.
भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों ने अपने यहां फंसे भारतीयों को लिस्ट तैयार कर ली है. यह सुविधा भुगतान के आधार पर होगी यानी भारतीयों को हवाई किराया देना होगा. फ्लाइट में सवार होने से पहले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी. यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी प्रोटोकॉल, गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी नियमों का पालन करना होगा.
भारत लौटने पर सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्टर करना अनिवार्य होगा. फिर से सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी. जांच के बाद, जिस राज्य में वे जाएंगे, वहां उन्हें 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड या तो अस्पताल में या फिर पेमेंट आधारित संस्थान में पूरा करना होगा. राज्य सरकारों को टेस्टिंग, क्वारंटीन की समुचित व्यवस्था करने की सलाह दी गई है.