सत्य को जानने का सर्वाधिक सरल मार्ग है सहज योग, जिसके माध्यम से जीवन सुखमय और आनंदमय हो जाता है :-डॉ ए के चौहान


सहज योग के 50 वर्ष पूरे होने पर 5 मई को सहज योग द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह मनाया जाएगा। परम् पूज्य श्री माता जी निर्मला देवी द्वारा प्रणीत सहज योग आज दुनिया के लगभग 140 देशों में संचालित हो रहा है। परम् पूज्य श्री माता जी द्वारा सहज योग की शुरुआत 5 मई 1970 को गुजरात के नारगोल नामक स्थान से किया गया था। जो आज भारत के प्रत्येक जिलों सहित दुनिया के अनेको देशो में संचालित हो रहा है। उत्तर प्रदेश  स्टेट कोऑर्डिनेटर  डॉक्टर ए. के. चौहान ने बताया कि श्री माता निर्मला देवी जी द्वारा प्रदत्त सहजयोग विधि से अनेको देश सुबह शाम ध्यान के माध्यम से अपने जीवन को सुखमय, आनंदमय, बना रहे है। सहज योग कुण्डलिनी जागरण पर आधारित योग की वह विधा है जिसमे व्यक्ति ध्यान धारणा के माध्यम से अपने जीवन में सत्य को जानते हुए परम् आनन्द को प्राप्त कर सकता है। सहज योग सत्य को जानने का सर्वाधिक सरल मार्ग है। इस लॉक डाउन के समय मे भी लाखो लोग ऑनलाइन माध्यम से जुड़ कर ध्यान कर रहे है। सहज योग द्वारा बीते 3 मई को आयोजित जनकार्यकम में 70 देशों के लगभग 3 लाख लोगों ने आत्मसाक्षत्कार प्राप्त किया। सहज योग लोगो के शारीरिक, मानसिक एवम स्वाथ्य लाभ के साथ साथ तनाव एवम चिंता से मुक्त रखने में सहायक सिद्ध हो रहा है। सहज योग पूर्णतः निःशुल्क है। वतर्मान समय में सभी सहज योगी सुबह 5:30 बजे एवम सायँ काल 7:00 बजे  घर बैठे online संचार माध्यमो से ध्यान कर रहे है। नए साधक हमारे टोल फ्री नम्बर 180030700800 पर फोन करके इस ध्यान से निःशुल्क जुड़ सकते है।