बस्ती। जिले दो पत्रकारों पर मुकदमा तथा रूधौली तहसील मे समाचारों के कवरेज मे निकले पत्रकारों पर एसडीएम रूधौली का मनमाना तुगलगी फरमान भारी पडा। जिससे पत्रकारों को वापस जाना पडा। एसडीएम का यह फरमान था कि पत्रकार हो या कोेई और बिना प्रशासन के पास के कहीं नही जा सकता। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए रूधौली विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने सीवीओ व तहसील प्रशासन की मनमानी को पत्रकारों के स्वतन्त्रता का हनन बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है। श्री जायसवाल ने कान्हा गौशाला का निष्पक्ष कवरेज करने वाले दो पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज कराये जाने की घोर निन्दा करते हुए सीएम से कार्यवाही की मांग की है।
विधायक श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री को प्रषित प्रार्थना पत्र मे लिखा है कि विगत दिनों दो पत्रकारों द्वारा सल्टौवा व रामनगर ब्लाक मे स्थित कई कान्हा गौशालाओें मे व्याप्त अव्यवस्था व अनियमितता के सम्बन्ध मे प्रमुखाता से खबर प्रकाशित किया गया था। जिस मामले मुख्य पशुु चिकित्साधिकारी अश्वनी कुमार द्वारा जनसंदेश टाइम्स के पत्र्रकार हेमन्त पाण्डेय व धर्मेन्द्र कुमार के विरूद्व थाने मे मुकदमा दर्ज करा दिया गया। उन्होने लिखा कि जब पत्रकार साक्ष्य के आधार पर खबर को प्रकाशित करने के लिए स्वछन्द है तो उसके विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाने से पूर्व समाचार पत्र के संस्थान को कोई नोटिश क्यों नही दी गयी ? जबकि पत्रकारों द्वारा अपनेे समाचार पत्रों के माध्यम से जिन कमियों को दर्शाया गया उस पर सुधार का विचार न करते हुए उन्ही के विरूद्व कार्यवाही हुई। जबकि इस कार्य मे लगे छोटे-बडे कर्मचारियों से कोई पूछताछ एवं लापरवाही का संज्ञान नही लिया गया। उन्होने यह भी लिखा कि सूचना यह भी है कि पत्रकारों को गौआश्रय केन्द्रों मे जाने के लिए पास मांगा जा रहा है। जिससेे पत्रकारों की स्वतंत्रता भंग हुई। श्री जायसवाल ने प्रकरण की जांच कराकर दोषियों के विरूद्व कार्यवाही करने की मांग की है।