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अंबेडकरनगर । अपनी खुशियों में इज़ाफ़ा करने की सोचो तो सही । रास्ते एक नहीं अनेक मिल जाएंगे जिज्ञासु ।। चर्चित कवि व मंच संचालक डॉ० तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु का यह शेर महत्वकांक्षी लोगों को प्रेरित करने के लिए एक मंत्र जैसा है । पेशे से शिक्षक डॉ० जिज्ञासु शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ कविता साहित्य एवं सामाजिक जन जागरूकता जैसे कार्यक्रमों के प्रति अच्छी शौक रखते हैं । ऑनलाइन व ऑफलाइन कवि सम्मेलनों में काव्य पाठ के साथ-साथ अक्सर संचालक की भूमिका का निर्वहन करते हैं और कवि सम्मेलन की महफ़िलों में चार-चांद लगा देते हैं । हाल ही में मिशन जामवंत से हनुमान जी द्वारा आयोजित पर्यावरण जागरूकता बौद्धिक एवं काव्य संगोष्ठी कार्यक्रम जो कि लखनऊ में आयोजित हुआ । कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के प्रमुख संयोजन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर संगम लाल त्रिपाठी भंवर ने की । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व आई०ए०एस० अधिकारी संत कमलानंद जी ( डॉ० कमल टावरी ) रहे । कार्यक्रम के संरक्षक कवि रवींद्र पांडेय निर्झर प्रतापगढ़ी रहे । इस कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिभाओं को बौद्धिक जनजागरूकता हेतु मंचीय एवं एवं ऑनलाइन पर्यावरण जागरूकता स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया । अंबेडकर नगर के चर्चित कवि एवं मंच संचालक डॉ० तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु को भी ऑनलाइन पर्यावरण जागरूकता स्मृति सम्मान से अलंकृत किया गया । सम्मान प्राप्ति पर जिज्ञासु को शिक्षकों ,कवियों,साहित्यकारों एवं समाजसेवियों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाओं का सिलसिला जारी है ।