मुसीबत में फंसे श्रमिकों के साथ व्यापार बंद करे सरकार शराब की दूकान खोलने का फैसला आत्मघाती- सिद्धार्थ सिंह


बस्ती। केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार गरीब हितों का केवल बात करती है, वह संकट में भी उन श्रमिकों के साथ व्यापार कर रही है  जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है।  उत्तर प्रदेश की सरकार ने शराब की दूकानों को खोलने की अनुमति देकर लॉक डाउन के दौरान नये प्रकार की अराजकता को जन्म दिया है। यह दोनों निर्णय कोरोना संकट काल में आत्मघाती है। यह तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं उ.प्र. आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि सरकार लॉक डाउन तक शराब की दूकान  को बंद करने और श्रमिकों से टिकट  न लेने का तत्काल निर्णय लें।



सपा नेता सिद्धार्थ ने कहा कि गरीब श्रमिकों से रेल टिकट का पैसा लेना और जो नहीं दे पाये उन्हें रेलवे स्टेशनों से लौटा देना पूरी तरह से अमानवीय है। सरकार संकट में राजधर्म का पालन करे।
इसी क्रम में सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने सोमवार को दुबौलिया विकास खण्ड क्षेत्र के दमोदरपुर , गोबरहिया के रोजेदारों को अफ्तारी के लिये सामग्री उपलब्ध कराया।   शिखर सिंह , मोहद असलम , अफसर अली , अमित सिंह ,मानवेन्द्र आदि ने वितरण में योगदान दिया।