पुलिसिया आतंक से नहीं चल सकी ईट भट्टों के संचालन, सीमेंट, मोरंग, बालू ,गिट्टी ,सरिया आदि का विक्रय की कवायद


अपर मुख्य सचिव गृह के उपरोक्त आदेश 28 अप्रैल 2020 के पश्चात भी अभी तक जिला मुख्यालय पर ना तो गिट्टी, मोरंग, सीमेंट,बालू आदि की दुकानें ही खुल सकी हैं और ना ही भट्टा व्यवसाई पुलिसिया आतंक और अधिकारियों की उदासीनता के कारण अपने भट्टों से ईंट का विक्रय ही कर रहे हैं। इन विषम परिस्थितियों के कारण पूरे जिले में निर्माण कार्य में लगे हजारों दैनिक मजदूरों व राजगीरों के समक्ष जहां गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाने के कारण उनकी स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है वहीं दूसरी तरफ उपरोक्त निर्माण सामग्रियों का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों की पूरी व्यापारिक दिनचर्या बैपटरी हो गई है और उन्हें गंभीर आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है।
उपरोक्त परिस्थितियों से क्या यह भी स्पष्ट नहीं होता कि शासन  चाहे जो आदेश करता रहे लेकिन इस जनपद में होगा वही जो पुलिस अथवा संबंधित अधिकारी चाहेंगे।
जनपद की जागरूक जनता अब यह जानने को बहुत उत्सुक है कि जिले के संबंधित अधिकारीगण अथवा पुलिस वाले शासन के आदेशों व निर्देशों के अनुसार व्यवस्था संचालित करेंगे अथवा अपनी मर्जी के अनुसार?