मोबाइल पर गूगल मैप से रास्ता देख रिक्शे पर विहार के लिए निकले


 बस्ती। कोविड19 को लेकर जहाँ पूरा देश लाकडाउन है, वही दिहाड़ी मजदूरों के लिए संकट खड़ा हो गया है, लोग दिल्ली, मुम्बई, कलकत्ता,हरियाणा, पंजाब सहित अनेक प्रदेशों में रहते हैं, वे अपने व अपने परिवार के भरण, पोषण के लिए


मजदूरी करके जीविकोपार्जन चलाते हैं, इन दैनिक मजदूरों के लिए इस कोविड19 वैश्विक महामारी में भरण पोषण के लिए संकट खड़ा हो गया है, यही हाल 23 अप्रैल सुबह आनन्द विहार दिल्ली से विहार प्रदेश के खगरिया जनपद ,अपने घरों के लिए साइकिल रिक्शा से मोबाइल  लोकेशन देखते हुए निकल पड़े है, ये सब जब उत्तर प्रदेश  बस्ती जनपद के भानपुर तहसील के सोनहा बाजार में पहुंचे तो ये लोग काफी थके हुए थे! बिहार प्रदेश निवासी नीरज  से जब पूछा गया तो उन्होंने अपनी आप बीती सुनाई कहा कि  पेंटिंग करके अपना, और अपने परिवार का किसी तरह गुजर-बसर करते थे, जबसे लाकडाउन हुआ है, खाने के लाले पड गये हैं, अर्जुन ने बताया कि साइकिल रिक्शा चलाके ,किसी तरह से अपना और अपने परिवार का रोजी-रोटी चलाते हैं,
जब से लाकडाउन हुआ है तब से रोजी -रोटी के लाले पड गये हैं, नीरज, अर्जुन, आनन्द, रोहित, अशोक सहित कुल आठ लोग थे! लोगों ने बताया कि रास्ते में बिस्किट व पानी पीते हुए चल रहे हैं! 
जब ये बात वहा मौजूद आहर निवासी जय प्रकाश पान्डेय, रिन्कू पान्डेय, ने सुनी तो उन्होंने तब उन लोगों सोशल डिस्टेंसिगं का पालन करते हुए, लोगों को बिस्किट खिलाके जलपान कराया,!