कुलविंदर सिंह मजहबी ने भूखे बन्दरों को केला, चना आदि खिला कर वन विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा



बस्ती। रेड क्रास सोसायटी के सचिव कुलवेन्द्र सिंह मजहबी ने शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष बन्दरों को केला, चना आदि खिलाते हुये कहा कि लॉक डाउन के कारण बन्दर एवं अन्य पशु भूख से बेचैन थे। श्री हनुमान जयंती से ही भूखे  बन्दरों को केला, चना आदि खिलाया जा रहा है। यदि वन विभाग को आपत्ति हो तो वे गिरफ्तारी देने को तैयार है। 
ज्ञात रहे कि प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी नवीन प्रकाश शाक्य ने कहा है कि बंदर वन्य जीव है, वन्य जीव संरक्षण   अधिनियम 1972 के तहत उन्हें खाद्य पदार्थ दिया जाना अपराध की श्रेणी में आता है, बन्दरों को किसी प्रकार का खाद्य पदार्थ न तो खिलाया जाय न ही उन्हें दिया जाय, दोषी पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में कार्यवाही की जायेगी। 
इस पर तीखी टिप्पणी करते हुये कुलवेन्द्र सिंह मजहबी ने कहा है कि भूखे बन्दरों को केला, चना आदि खिलाने का सिलसिला जारी रहेगा। जिसे गिरफ्तार करना हो गिरफ्तार कर लें। इस सम्बन्ध में कुलवेन्द्र सिंह मजहबी ने सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी है कि वन्य जीव बन्दरों को अब तक शहर से क्यों नहीं हटाया गया। क्या भूखों को भोजन कराना अपराध है।