कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्राइवेट अस्पतालों का स्टॉफ प्रशिक्षित होगा:-एसीएमओ डॉ. फकरेयार हुसैन


बस्तीः कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्राइवेट अस्पतालों के स्टॉफ को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर अस्पताल के एक एक मास्टर ट्रेनर को ज़रूरी ट्रेनिंग दे दी है। यह मास्टर ट्रेनर अपने अपने अस्पताल स्टाफ को प्रशिक्षित करेंगे। इसमें अस्पताल के डॉक्टर से लेकर स्वीपर तक शामिल होंगे। एसीएमओ डॉ. फकरेयार हुसैन ने बताया की लॉकडाउन में भी जो प्राइवेट अस्पताल काम कर रहे हैं, उनके स्टॉफ को कोरोना संक्रमण की रोकथाम संबंधी जानकारी दिया जाना शासन ने अनिवार्य कर दिया है। 


ज़िले में जो अस्पताल काम कर रहे हैं, वहां के स्टॉफ को ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में संक्रमण के फैलाव को रोकना और वहां आने वाले मरीज़ों में से संभावित कोरोना संक्रमित की पहचान कर उसे आइसोलेट करना है। मेडिकल ऑफिसर व कोरोना के ट्रेनर डॉ. आफताब रज़ा ने बताया की एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में एक दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अस्पताल के मास्टर ट्रेनर्स ने हिस्सा लिया। उन्हें बताया गया है की इस समय कोरोना महामारी का संकट है। आपके अस्पताल में कोरोना संक्रमित के आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। 


ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है। अस्पताल स्टॉफ के साथ वहां आने वाले अन्य मरीज़ों को भी संक्रमण से सुरक्षा प्रदान किया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया की समय- समय पर पोछा लगवाते हुए अस्पताल में इस्तेमाल हो रही अन्य वस्तुओं को भी विसंक्रमित कराते रहें। अस्पताल में जो मरीज़ आए, उनका तापमान लिया जाए। बुखार या खांसी की समस्या वाले मरीज़ों को अलग बैठाने की व्यवस्था की जाए। संक्रमण की संभावना होने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचना तत्काल दी जाए। डॉ. रज़ा ने बताया की इलाज करने वाले स्टॉफ को सुरक्षा किट में रहना अनिवार्य है। 
 
10 प्राइवेट अस्पतालों में हो रहा है इलाज
लॉकडाउन के दौरान ज़िले के 10 अस्पतालों में इलाज की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें इसके लिए अनुमति प्रदान की गई है। ज़्यादातर अस्पतालों में गर्भवती का इलाज व संस्थागत प्रसव हो रहा है। डॉ. फकरेयार हुसैन ने बताया की अस्पताल प्रबंधन से कहा गया है की मरीज़ों में सोशल डिस्टनसिंग का पालन ज़रूर करवाए। संभावित कोरोना मरीज़ आता है तो उसकी सूचना तत्काल विभाग को दी जाए।


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें :
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग- 1800-180-5145 , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय - 91 11-23978046 या टोल फ्री