कोरोना की जंग जीत कर निकले साबिर अली, अब्दुल वाहिद, मुख्तार अहमद तथा रोशन जहां का फूल-माला पहनाकर घर भेजा


बस्ती कोरोना के इलाज के लिए तैयार एलवन मुंडेरवा सीएचसी से कोरोना की जंग जीत कर निकले साबिर अली, अब्दुल वाहिद, मुख्तार अहमद तथा रोशन जहां का फूल-मालाओं से स्वागत कर घर के लिए सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका तथा डिप्टी सीएमओ डॉ० फखरेयार हुसैन ने उन्हें घर को रवाना किया। इन चारों लोगों को दो एंबुलेंस 108 नंबर से इनके घरों को भेजा गया।



उल्लेखनीय है कि यह चारों लोग हसनैन जिसका बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हुई थी, के परिवार के लोग हैं। इस वजह से ये कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इनका मुंडेरवा सीएससी में इलाज चल रहा था। आज पूरी तरह स्वस्थ्य होकर यह लोग अपने घरों को गए हैं। इनकी लगातार दो बार कोरोना वायरस की जाॅच रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है।
डिप्टी सीएमओ फखरेयार हुसैन ने इन लोगों से कहा है कि अगले 14 दिन तक घरों में कोरेन्टाइन होकर रहेंगे, घर से बाहर नहीं निकलेंगे, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखेंगे, नियमित रूप से मास्क पहनेंगे।
कोरोना से जंग जीतने वाले साबिर अली पुत्र अकबर अली 30 वर्ष तथा रोशन जहां उम्र 60 वर्ष दोनों निवासी जामा मस्जिद कोतवाली बस्ती, अब्दुल वाहिद पुत्र मुस्ताक अहमद 32 वर्ष मिल्लत नगर कोतवाली बस्ती तथा मुख्तार अहमद पुत्र अब्दुल रहमान 35 वर्ष तुरकहिया गांधीनगर के निवासी हैं। इनसे अनुरोध किया गया कि यह आपस में सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करेंगे तथा लोगों को भी लॉक डाउन के दौरान घरों में रहने के लिए समझाएंगे।
सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका द्वारा पूछे जाने पर साबिर अली ने बताया कि यहां डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने उनके साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया। जिसके कारण वे कोरोना से जंग जीतने में सफल हुए। उनके खान-पान, दवा एवं दैनिक जीवन में हर स्तर पर सकारात्मक सहयोग किया। रोशन जहां ने बताया कि मुंडेरवा सीएससी में रहते हुए उन्हें किसी बात की कोई कमी नहीं हुई। यहां के स्टाफ ने उनका बहुत अच्छे से ख्याल रखा। हमेशा हौसला अफजाई करते रहें ताकि हम मायूस ना हो।



अब्दुल वाहिद ने बताया कि शुरू में उन्हें बहुत डर लगा और चिंता भी हुई लेकिन जब वह डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ के संपर्क में आए और उन्होंने उनकी हौसला अफजाई की तो उनको लगा कि वे कोरोना से जंग जीत सकते हैं। प्रत्येक दिन जिस तरह से डॉक्टर और यहां के स्टाफ उनको सलाह देते थे, उस तरीके से उन्होंने दिन बिताया और धीरे-धीरे उनके अंदर हिम्मत बढ़ती गई। आज उन्हें घर जाते हुए बहुत अच्छा लग रहा है। मुख्तार अहमद ने बताया कि इस समय उन्हें किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं है। वे कोशिश करेंगे कि लोगों को लाकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखने, घरों में रहने तथा व्यक्तिगत साफ-सफाई पर ध्यान देने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे।
इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ0 धर्मेंद्र चैधरी, डॉ0 प्रभाकर चैधरी, डॉ0 मनीष मद्धेशिया, फार्मासिस्ट अखिलेश श्रीवास्तव, जमील अहमद, खंड विकास अधिकारी श्वेता वर्मा तथा मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहे।