धीरे धीरे बढ़ रही समाजसेवी रिंकू दुबे की लोकप्रियता,निजी आय से 950 परिवार को राशन पहुंचाया


बस्ती। देनहार कोई और है देवत है दिन रैन लोग भरम हम पर करें याते नीचे नैन। अर्थात देने वाला तो कोई और ,यानी ईश्वर है जो दिन रात दे रहे हैं, लेकिन लोग समझते हैं कि मैं दे रहा हूँ, ये कहना है लॉकडाउन के भगवान बने रिंकू दूबे का।


साहब बड़ी-बड़ी बातों से आदमी बड़ा नहीं होता बड़ा बनने के लिये अच्छा कर्म व बड़ा  दिल होना चाहिये । कोरोना जैसे महामारी हुए लाक डाऊन से पूरे देश के गरीब मजदूरो को मजदूरी न मिलने से  उनके जीवन में भोजन को लेकर बड़ी समस्या आन पड़ी है।
जो की समाज सेवी और समाज सेवी संस्थाओं के लिए सेवा करने का अच्छा सुअवसर प्राप्त हुवा है पर गिने चुने समाज सेवी ही इस पुण्य कार्य का लाभ उठा पा रहे हैं। परन्तु विकास खण्ड गौर के जोगिया गाँव निवासी जो एक सामान्य परिवार के लक्ष्य एजुकेशनल ऐकडमी जोगिया गौर के प्रबंधक रिन्कू दूबे के द्वारा लाक डाऊन के बाद  22 मार्च से ही निरंतर गरीब असहाय के अन्नदाता बने हुए है। श्री दूबे अपने निजी आय से अब तक 950 परिवारों तक खाद्यान मुहैया करा चुके है और प्रयास निरंतर जारी भी है। जिसकी चर्चा क्षेत्र वासियो में खाद्य सामग्री के वितरण को लेकर रिंकू की लोकप्रियता के साथ साथ खुब प्रंशसा हो रही है । रिंकू विकास खण्ड गौर के सैकड़ो गांवो जैसे गौर बाजार ,बेलहिया,दुबौला,एकटेकवा, सिधारीजोत,कर्मी,बेलवाराजा,माझा मानपुर, कर्मा,करनपुर, गोभिया,मिरवापुर,कबलसिया, बभनगावा,नारथरी व नगर पंचायत बभनान समेत सैकड़ो गांवो में अपने सहयोगियों के साथ जा जा कर गरीब मजदूरों को चावल,आटा,नमक, तेल,मशाला,साबुन,बिस्कुट,इत्यादि सामानों को पहुचा रहे है।
सोशल मीडिया फेसबुक ,व्हाटस ऐप ऐप्लीकेशन के मध्यम से भूपेंद्र सिह,इलियास खान,पंकज दूबे,विवेक मिश्र,अमन शुक्ला,नागेन्द्र सिंह सिंकू ,प्रिंस शुक्ला,विवेक मिश्रा,आदित्य उर्फ राजा बाबू,अंकित,किशन गुप्ता, अनूप श्रीवास्तव,राहुल तिवारी सहित तमाम लोग द्वारा रिंकू दूबे द्वारा गरीबों के प्रति सेवा भाव व समर्पण की खूब सरहाना की जा रही है।