बलिया में घर घर कंडोम बांटे जा रहे है ताकि लाक डाउन के कारण आबादी न बढ़े


बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन है। जरूरी सामानों में छूट के अलावा सभी गतिविधियों और कार्यों पर ब्रेक लगा दिया गया है। लोगों से घरों में रहकर ही कोरोना से लड़ाई में सहयोग की अपील लगातार की जा रही है। ऐसे में जनसंख्या वृद्धि के खतरे की आशंका को देखते हुए आशा कार्यकर्ता महिला-पुरुषों से फैमिली प्लानिंग की सलाह दे रही हैं। घर-घर जाकर परिवार नियोजन के संसाधनों का वितरण कर रही हैं।


मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। स्वास्थ्य कर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां देकर जागरुक कर रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों को आश्रय स्थलों में क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिले में अभी तक एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है, लेकिन कोरोना महामारी के खात्मे के बाद एक और खतरे की संभावना है और वह है जनसंख्या वृद्धि।


इसको ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य महकमा पूरी संजीदगी के साथ परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरुक करने में भी जुटा हुआ है। आशा कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस से लड़ने के साथ परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं। लॉकडाउन की वजह से लोग स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए लोगों को घर पर ही परिवार नियोजन के संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एक ओर आशा कार्यकर्ता बच्चों में अंतर रखने और अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाओं को छाया टेबलेट बांट रही हैं। वही, दूसरी ओर पुरूषों को कंडोम वितरित किए जा रहे हैं।


स्वास्थ्य विभाग लोगों को दे रहा जरूरी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग लोगों को दे रहा जरूरी जानकारी
जिला फैमिली प्लानिंग एवं लॉजिस्टिक मैनेजर उपेंद्र चौहान ने बताया कि लाकडाउन की वजह से बाहरी राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर घर लौट रहे हैं। परिवार नियोजन के लिहाज से यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विभाग इस अवधि में प्रवासी लोगों को परिवार नियोजन पर जानकारी देने एवं साधनों के इस्तेमाल की जानकारी दे रहा है। आशा कार्यकर्ता छाया टेबलेट, कंडोम व पंपलेट घर-घर बांट रही हैं।