तिपहिया ठेले में स्कूटर का इंजन फिट कर 1200 किमी के सफर पर लोग निकले


कोयम्बटूर। भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। ऐसे में सभी देशों की सरकारें सुरक्षा के लिए कोई न कोई कदम उठा रही हैं। भारत सरकार ने भी संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है।


लेकिन इसके बाद भी लोग इस संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। सरकार के आदेश के बाद भी लोग घरों से निकल रहे हैं। घरों से निकलना तो छोटी बात हैं, बहुत से लोग तो इतने नासमझ हैं कि अंतर्राज्यीय स्थानांतरण कर रहे हैं


हाल ही में तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक मामला सामने आया था, जहां कोयंबटूर के एक चेक प्वॉइंट पर केरल की एक एम्बुलेंस को पकड़ा गया था। जांच के दौरान पता चला कि कई लोग एम्बुलेंस का इस्तेमाल करके कोयंबटूर जा रहे थे।


अब एक और मामला सामने आया है, जहां तीन व्यक्तियों को एक जुगाड़ गाड़ी के साथ पकड़ा गया है। इन तीनों को उत्तर प्रदेश के चंदौली में पकड़ा गया है और यह तीनों व्यक्ति बिहार के रहने वाले हैं। इन्होंने एक ट्रॉली रिक्शा पर स्कूटर का इंजन लगाया था।


दरअसल यह तीनों व्यक्ति दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी पर काम करते हैं। अब चूंकि पूरे देश में लॉकडाउन हो गया है तो ऐसे में इनकी कमाई का कोई रास्ता नहीं रह गया है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने के चलते ये तीनों अपने घर बी नहीं जा पाए थे।


लेकिन इससे पहले ही उत्तर प्रदेश में लखनऊ से 330 किलोमीटर दूर चंदौली जिले में पुलिस ने इन तीनों मजदूरों को पकड़ लिया था। पुलिस और अधिकारियों को जब उनकी कहानी के बारे में पता चला तो उन्होंने उनको खाना दिया।


इसके बाद उन्होंने उन तीनों मजदूरों को उनकी आगे की यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी है। आपको बता दें कि लॉकडाउन के चलते देश के अलग-अलग हिस्से में ऐसे ही दिहाड़ी मजदूर अपने-अपने घर जाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।


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