फतेहपुर। फतेहपुर जिले में गुरुवार को प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री व प्रभारी मंत्री सरकार के विकास कार्यों का तीन वर्षों का बखान करने में लगे हुए थे। इसी दौरान एक पीड़ित महिला मंत्री से इंसाफ मांगने के लिए अपनी छोटी बेटी के साथ पहुंचकर मृत बड़ी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पहुंची। जहां मंत्री ने पीड़ित महिला की एप्लिकेशन की जांच कर कार्रवाई करने के लिए एसपी को निर्देश दिया।
पीड़ित महिला की मानें तो एक माह पूर्व गांव में ही बेटी पढ़ाई के लिए गई थी, जहां उसपर चोरी का आरोप लगाकर प्रिंसिपल ने बेटी को निर्वस्त्र करवाया और स्कूल के बच्चो से ईंट-पत्थर मरने के लिए कहा। इसके बाद छात्रा ने अपने आप को अपमानित समझ जहर खाकर आत्महत्या कर लिया, जिसे इंसाफ दिलाने के लिए पिछले दो महीनो से अधिकारियो के दफ्तरों के चक्कर काट रही है ।
फतेहपुर जिले के जाफरगंज थाना क्षेत्र के तेजीपुर मजरे सिजौली गांव की रहने वाली प्रियंका की इस तस्वीर को देखें जिसमें मृत अवस्था में पड़ी बेटी को पिछले एक माह से इंसाफ दिलाने के लिए भटक रहे हैं। पीड़ित महिला की मानें तो उसकी बेटी गांव के ही डॉ. भीमराव आंबेडकर जू०हा० स्कूल कोचिंग सेंटर में कक्षा 8 में पढ़ती थी। किसी छात्रा का पैसा गिर गया जिसे चोरी करने के आरोप पर बेटी प्रियंका की सबके सामने निवस्त्र करके तलाशी ली गई।
इसके बाद मृतक छात्रा को बच्चों से ईंट-पत्थर मारने के लिए कहा गया। घटना के बाद छात्रा घर आई और बिना किसी को कुछ बताये हुए उसने जहर खा लिया। जब इस बारे में स्कूल के प्रिंसिपल को जानकारी हुई तो वह घर आकर बेटी का इलाज कराने के लिए ले गया, जहां बेटी ने दम तोड़ दिया।
बेटी की मौत के बाद पुलिस को सूचना दिया लेकिन ग्राम प्रधान ने पुरे मामले में लीपापोती करवाते हुए बेटी का अंतिम संस्कार करवा दिया। परिजन थाने गए लेकिन पुलिस ने एक ना सुनी। गुरुवार को यहाँ आकर इंसाफ की गुहार लगा रहे है। वहीं इस घटना के बाद एक माह बाद जागी पुलिस ने मंत्री के हस्ताक्षेप के बाद जाँच करवाने की बात कह रही है |