कोरोना प्रभाव: लखनऊ जेल से पैरोल पर रिहा किए गए 90 बंदी


  लखनऊ। कोरोना के संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के जेलों से बंदियों को छोड़ने का सिलसिला जारी है। लखनऊ की जेल से शनिवार को 52 और रविवार को 38 बंदियों को रिहा किया गया। लखनऊ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि लखनऊ जेल से कुल 600 बंदियों को आठ सप्ताह की पैरोल पर रिहा किया जाएगा। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।


बता दें, जेलों में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सुप्रीम कोर्ट पर दाखिल एक रिट याचिका का सुप्रीम कोर्ट ने 23 मार्च को स्वत: संज्ञान लिया था और जेलों में भीड़भाड़ कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को एक कमेटी बनाकर 7 साल से कम सजा वाले कैदियों, बंदियों को जमानत और पैरोल पर छोड़ने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद शासन ने एक समिति का गठन किया।


27 मार्च को हाईकोर्ट के जस्टिस पंकज कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में इस समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजी जेल आनंद कुमार शामिल हुए। समिति ने विचार के बाद यूपी की 71 जेलों में बंद 8500 विचाराधीन बंदी और 2500 सज़ायाफ्ता कैदियों को 8 हफ्तों के लिए तत्काल छोड़ने का निर्देश दिया गया था।