खून से लथपथ बहन और भांजी का किया रेप,जीजा की की हत्या


 

आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ में 24 सितंबर को हुई तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। मामले में ऐसी हैवानियत सामने आई है कि पुलिस भी हैरान है। पुलिस ने लंबी पड़ताल, फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, घटना के बाद आरोपी रोज रात के अंधेरे में मृतकों की कब्र पर जाता था।


घटना मुबारकपुर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव की है। 24 नवंबर की गांव के पास रहने वाले युवक, उसकी पत्नी और चार माह की पुत्री की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जबकि मृतक की 10 वर्षीय पुत्री और 4 वर्षीय पुत्र को गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुलिस को घटनास्थल से महिला की लाश नग्न अवस्था में मिली। पास में ही कंडोम पड़ा मिला और घर का सामान बिखरा पड़ा था। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गई।


जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गांव का एक युवक कई दिन से घर से बाहर नहीं निकल रहा और रात में मृतकों के कब्र पर जाता है। पुलिस ने युवक का नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। इसके बाद मृतक की पुत्री जब स्वस्थ हुई तो उससे नजीरूद्दीन पुत्र अब्दुल अजीज अंसारी की फोटो दिखाई गई, किशोरी की पुष्टि के बाद पुलिस ने आरोपी को उसके घर से दबोच लिया।


कड़ाई से पूछताछ में आरोपी नजीरूद्दीन ने अपना जुर्म कबूल लिया। नजीरूद्दीन ने बताया, मैंने पहले एक दुकान से सेक्स की दवा और कंडोम खरीदा, फिर अपनी फुफेरी बहन के घर गया। घर में घुसते ही पहले जीजा पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद बहन पर ईंट से प्रहार किया। वह खून से लथपथ तड़पती रही और मैंने दो बार उसके साथ रेप किया। इसी दौरान उसकी बेटी ने आ गई और उसने शोर मचाना शुरू कर दिया तो उसपर भी हमला कर दिया। फिर उसके साथ रेप किया। फिर चार साल के बच्चे को भी मार कर जख्मी कर दिया।


करीब 3 घंटे तक मैं बहन के घर में ही रहा। मैंने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया। बहन के कपड़े दूर खेत में फेंक दिए। घर जाकर मोबाइल में तैयार वीडियो को अपनी भाभी को दिखाया। भाभी और भाई फटकार के बाद मैंने मोबाइल तोड़कर नदी में फेंक दिया। एसपी प्रोफेसर एसपी सिंह ने बताया कि डेटा एनालिटिक्स और स्निफर डॉग की सहायता से इस हत्याकांड का खुलासा हो सका है। महिला का कपड़ा बरामद कर लिया गया है। मोबाइल की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए हैं। अब आरोपी का कहना है कि उसे घटना का अफसोस है।