अधिवक्ताओं ने संविधान दिवस मनाया
 बस्ती हाथों में संविधान की प्रतियां लेकर वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के  पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं, साहित्यकारों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में संविधान दिवस संकल्पों के साथ मनाया। 


" alt="" aria-hidden="true" />वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि हमारा संविधान गीता, कुरान की तरह पवित्र है।7 दशक के लम्बे समय में संविधान अनेक मोड़ पर खरा साबित हुआ है। 26 नवम्बर का दिन देशवासियों के लिये इसलिये महत्वपूर्ण है कि इसी दिन संविधान राष्ट्र को समर्पित किया गया। जिस दिन हम संविधान दिवस मना रहे हैं, संविधान ने ही भटके लोकतंत्र को आईना दिखाया। 
अधिवक्ता ओम प्रकाशनाथ मिश्र, बाल कृष्ण चौधरी, विनय कुमार श्रीवास्तव, लालजी पाण्डेय, कृष्ण चन्द्र श्रीवास्तव, सुमेश्वर यादव आदि ने संविधान के प्रस्तावना की विस्तार से प्रकाश डालते हुये कहा कि यह भारतीय गणराज्य के अनेकता में एकता की धुरी है। समिति के बटुकनाथ शुक्ल, पं. चन्द्रबली मिश्र, सत्येन्द्रनाथ मतवाला, मो. वसीम अंसारी, जगदीश प्रसाद पाण्डेय, राममूर्ति चौधरी, प्रो. वी.के. लाल, डा. सत्यदेव त्रिपाठी, डा. रामकृष्ण लाल 'जगमग' पंकज सोनी आदि ने संविधान की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में डा. राजेन्द्र सिंह, शब्बीर अहमद, वेद प्रकाश पाण्डेय, दीनानाथ यादव, जगदीश प्रसाद आदि शामिल रहे।