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अंबेडकरनगर । उत्तर प्रदेश साहित्य सभा अम्बेडकरनगर की मासिक काव्य गोष्ठी नगर के साकेत एकेडमी पांडेय मार्केट के प्रांगण में जिला संयोजक कौशल सिंह सूर्यवंशी के संयोजन एवं जिला अध्यक्ष तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु के संचालन में आयोजित हुई । साहित्य सभा के संरक्षक डॉ जनार्दन शुक्ल की अध्यक्षता मैं आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर शेफाली मित्तल एवं विशिष्ट अतिथि डॉ गौरव गुप्ता रहे । अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । कवि कौशल सिंह सूर्यवंशी द्वारा वाणी वंदना प्रस्तुत की गई ।इसके बाद कवियों ने अपनी रचनाओं से समा बांधना शुरू किया । डॉक्टर मनीराम वर्मा ने अपने गीत के द्वारा सामाजिक चेतना को जागृत किया । कवि कौशल सिंह सूर्यवंशी ने पढ़ा — कभी ना समझो तुम इसको ये कर्पट रंग-बिरंगा है , जिसको ले के चले थे बापू ये तो वही तिरंगा है । गीतकार मनीष मिश्र ने पढ़ा — आजकल इंसान कुछ यूं पढ़ रहा है , सत्य जांचता नहीं बल्कि गढ़ रहा है । संजय सवेरा ने पढ़ा – आज क्या हुआ समय का वो परवाज़ नहीं निकला , मैं आसमान निहारता रहा आज चांद नहीं निकला । डॉ करूणा वर्मा ने पढ़ा — रखी है पर वो कलाई नही है , जिस पर सजे वो भाई नही है । भगवानदीन यादव मुनि ने पढ़ा — जिसकी करें भलाई वह करें प्रेम सहित , वह होवे प्रफुल्ल आप माने जाएं विकार रहित । डा. संतराम पांडे ने अपने चुटीले अंदाज में श्रोताओं को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया । संचालक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु ने पढ़ा —बड़ी क़द्र रहती है मेरे दिल में दीवानों की । दीवाने सदा ही अपना ज़मीर ज़िंदा रखते हैं ।। सच तो यह है दीवाना दुनिया में इतिहास रचता है ।। वरिष्ठ कवि चिंतामणि निश्चिंत ने ग़ज़ल व दहेज गीत सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया । साकेत एकेडमी के प्रबंधक सुधाकर वर्मा ने कवियों और साहित्यकारों को हमेशा सहयोग की प्रतिबद्धता जताते हुए इकबाल का शेर सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा , हम बुलबुलें है इसकी ये गुलिस्तां हमारा पढ़ा । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा. शेफाली मित्तल ने कविता के सामाजिक व सांस्कृतिक महत्व के साथ उसके मनोवैज्ञानिक महत्व को रेखांकित किया । विशिष्ट अतिथि डा. गौरव गुप्ता ने सभी कवियों की रचनाओं की सराहना करते हुए उन्हें संरक्षण दिये जाने पर जोर दिया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ जनार्दन शुक्ल ने कविता और साहित्य के वर्तमान अवदान पर प्रकाश डालते हुए सभी का उत्साहवर्धन कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की । कार्यक्रम के अंत में जिला अध्यक्ष तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु ने आए हुए कवियों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए काव्य गोष्ठी के समापन की घोषणा की ।