महिला पत्रकार पर हुआ सायबर अटैक,सोनीपत पुलिस दोषियों पर कानूनी कार्यवाही करने में नाकाम, अपराधियों ने साइबर क्राइम कर किया महिला पत्रकार का फ़ोन हैक


 अपराधियों ने सुबूत मिटाने के लिए डाटा साफ़ करने की रची थी साजिस - सायबर क्राइम करने वाले दोषियों के खिलाफ हो सख्त से सख्त क़ानूनी कार्यवाही। - सायबर अपराधियो के डर के साए में जीने को मजबूर है महिला पत्रकार


*सोनीपत/चंडीगढ़ 4 सितम्बर 2020 (ब्यूरो)* सोनीपत की वरिष्ठ महिला पत्रकार इन्दु बंसल ने बताया कि पिछले दिनों कुछ साइबर अपराधियों ने मेरा फ़ोन हैक करके मेरे फ़ोन का डाटा उडाने की कोशिस की महिला पत्रकार ने बताया कि किन्ही कारणों से उन्हों ने अपना फ़ोन बंद कर रखा था जिसे वो समय समय पर खोले कर अपडेट करती रहती थी | महिला पत्रकार ने बताया कि उन्हें इस बात का पता तब लगा जब 7 अप्रैल 2020 को महिला पत्रकार के फ़ोन पर MI CLOUD ने लॉक लगा दिया और महिला पत्रकार का फ़ोन नहीं खुला तब महिला पत्रकार ने MI CLOUD पर जाकर अपने फ़ोन का पासवर्ड रिसेट किया लॉक हटाया तो फ़ोन चल गया जब उन्हों ने MI CLOUD मै HISTORY मै जाकर देखा तो उन्होंने पाया की किसी ने उनके फ़ोन का डाटा खतम करने की कमांड दे राखी है ऐसा साइबर अपराध करने वाले उन लोगो ने दो बार 6 फरवरी 2020 व् 12 फरवरी 2020 को किया *जिसके पुख्ता सबूत उन्हें MI CLOUD पर मिले वो सारे सुबूत महिला पत्रकार ठोस कानूनी कार्यवाही के लिये सोनीपत पुलिस अधीक्षक को 27 मई 2020 को अपने निवेदन पत्र के साथ संलग्न कर दे चुकी है | इस प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही न होने पर एक रिमाइंडर दोबारा 26 अगस्त 2020 को सोनीपत पुलिस अधीक्षक जशनदीप रंधावा को दे चुकी हूं। इस प्रार्थना पत्र पर डायरी नंबर - 163 - P ll / DSP HQ / 27-5-2020 डला हुआ है।* 


                   महिला पत्रकार ने कहा मुझे संदेह ही नही पूरा यकीन है की मेरे साथ हुए *इस साइबर क्राइम के पीछे आशीष पांचाल व् मुकेश पांचाल निवासी नांगल खुर्द जिला सोनीपत है | इसके पीछे का कारण यह है की आशीष पांचाल व् मुकेश पांचाल निवासी नांगल खुर्द जिला सोनीपत के खिलाफ मेरे साथ धोखाधड़ी करने के अपराध मै (प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के आदेश ओर गठित SIT में जांच के बाद) इन अपराधियो के खिलाफ 02 /01 /2020 से सिटी थाना शहर सोनीपत मै ipc की धारा 406,420,467,468 व 471 के तहत मुकदमा संख्या 0001दर्ज है | और इस मुक़दमे मै दोषियों की जमानत याचिका जिला व् सत्र न्यायालय ख़ारिज कर चूका है। जिस में अब तक भी दोषियों की गिरफ्तारी नही हुई है। मेरे साथ हुए इस धोकाधड़ी के मुक़दमे को लेकर इन दोनों पिता पुत्र के खिलाफ पुख़ता सुबूत मेरे इस फ़ोन मै मौजूद है जिसे मिटाने की साजिस इन दोनों पिता पुत्र ने रची है |*


                                                                                                                          महिला पत्रकार ने बताया कि जब हम अपने MI CLOUD अकाउंट की जाँच कर रहे थे तो हमने पाया की आशीष पांचाल ने अपना फेस बुक अकाउंट मेरे MI CLOUD अकाउंट से लिंक किया हुआ था । साथ ही किसी RIFCARE COMPANY का अकाउंट भी मेरे अकाउंट के साथ जुड़ा हुआ था। मेरे द्वारा गूगल पर जाँच करने पर पाया की इस कंपनी का FOUNDER CEO आशीष पांचाल है | जिस लिंक को हमने तुरंत हटा दिया, ताकि दोबारा ये साइबर अपराधी मेरे फ़ोन का कुछ न बिगाड़ सके जिसके पुख्ता सबूत हमे MI CLOUD पर मिले जो *सारे सुबूत मैंने अपने प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न कर सोनीपत पुलिस अधीक्षक को सौंप दिए थे।* महिला पत्रकार ने सोनीपत पुलिस पर नाकामी व मिलीभगत का आरोप लगाते हुये कहा कि *आज 4 महीने बीत जाने पर भी सोनोपत पुलिस सायबर अपराधियो के खिलाफ कोई भी ठोस कानूनी कार्यवाही करने में नाकाम रही है।*    


               महिला पत्रकार ने बताया कि *वो जब भी अपने ऊपर हुए इस सायबर अटैक के बारे में पुलिस अधीक्षक सोनीपत से कार्यवाही के लिये मांग करती है पुलिस अधीक्षक ये कह कर पल्ला झाड़ लेते है कि MI कंपनी ने सोनीपत पुलिस को कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया।* गौरतलब है कि *ये वो ही दोशियान है जिन्हों ने पिछले दिनों महिला पत्रकार को झूठे मुकदमे में फंसाया था। जो पुलिस तफ्तीश में झूठा पाया गया था और सोनीपत पुलिस ने इन अपराधियो के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाने की साजिश के तहत इन के खिलाफ ipc की धारा 182 की कार्यवाही की थी।* महिला पत्रकार ने *प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, ग्रहमंत्री अनिल विज व पुलिस महानिदेशक मनोज यादव* से मांग की है कि उन के साथ हुए इस साइबर अपराध की पूर्ण व् निष्पक्ष जाँच की जाये MI COMPANY से तमाम जानकारी प्राप्त करके महिला पत्रकार के साथ साइबर अपराध करने वाले व् साजिस के तहत सुबूत मिटाने की साजिश करने वाले आशीष पांचाल व् मुकेश पांचाल निवासी नांगल खुर्द जिला सोनीपत के खिलाफ सख्त से सख्त क़ानूनी कार्यवाही की जाये ताकि महिला पत्रकार को न्याय मिल सके और अपराधियों को सजा |