लखनऊ। उत्तर प्रदेश की प्रावधिक शिक्षा मंत्री कमलारानी वरुण की कोरोना से मौत हो गयी। श्रीमती वरुण को दो दिन से बुखार आ रहा था। जिसके बाद राजधानी के सिविल अस्पताल में उनकी ट्रनेट मशीन से जांच कराई गयी थी। जांच के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अबतक इसके पूर्व यूपी सरकार के आधा दर्जन से अधिक मंत्री कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। शहर से लेकर गांव, सरकारी कार्यालय से लेकर दुकान घर तक अपना पांव पसार चुका है।
सिविल अस्पताल की निदेशक डॉ़ मधु सक्सेना ने बताया कि फाइनल जांच के लिए सैंपल केजीएमयू भेजा गया था। जहां उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी थीं।इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पीजीआई के ट्रामा सेंटर में बने कोविड सेंटर में भर्ती कराया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते आईसीयू में रखा गया था। शनिवार रात को उनकी तबीयत विगड़ गई थी। रविवार सुबह अचानक तबीयत और बिगड़ी जिससे उनकी मौत हो गई।
पूर्व सांसद एवं वर्तमान में योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण 1996 एवं 1998 में सांसद चुनी गयी थीं। वर्तमान में वह कानपुर के घाटमपुर से विधायक थीं। उनके निधन की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या जाने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। उनका शव लखनऊ से सीधे कानपुर जायेगा।जहां कोविड नियमों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि कमल रानी का अचानक निधन स्तब्धकारी है। वे लोकसभा के सदस्य के रूप में काफी सक्रिय रही हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना एवं सहानुभूति व्यक्त किया।