लगभग साढ़े तीन साल बाद कुछ ऐसा दिखेगा तैयार राम मंदिर, जानिए क्या कुछ होगा खास


लगभग 500 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राम मंदिर का सपना पूरा होता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भूमि पूजन के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही राम जन्मभूमि के सैकड़ों साल के अंधेरे इतिहास का पटाक्षेप भी हो गया। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हुआ। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार केंद्र सरकार ने भी राम मंदिर ट्रस्ट का गठन कर दिया। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति और इतिहास को मजबूत बनाने वाली राम मंदिर की आधारशिला रखी। यह माना जा रहा है कि राम मंदिर काफी भव्य होगा और अपनी ओर लोगों को आकर्षित भी करेगा। अभी कहा जा रहा है कि राम मंदिर के निर्माण में लगभग 3 से साढ़े 3 साल का वक्त लगेगा।


ऐसे में आप सभी के मन में यह जिज्ञासा जरूर है कि आखिर यह मंदिर कैसा होगा और प्रभु श्री राम अपने भाइयों के साथ कहां विराजेंगे। राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के द्वारा प्रस्तावित मॉडल की तस्वीरें जारी कर दी गई है। इसके बाद हर राम भक्त भव्य मंदिर की कल्पना कर अभिभूत हो रहा है। पहले रामलला के मंदिर के लिए विश्व हिंदू परिषद का पुराना मॉडल हम सबके सामने था। इसे चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया था। फिलहाल पुराने डिजाइन को बदला गया है। इस बदलाव के कारण अब मंदिर की ऊंचाई, आकार, क्षेत्रफल और बुनियादी संरक्षण में काफी परिवर्तन देखने को मिलेगा। सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि यह मंदिर 3 मंजिला इमारत होगा जिसे वास्तु शास्त्र के हिसाब से बनाया जाएगा।


इस मंदिर में रामलला का गर्भ गृह बनेगा। उसी के ऊपर मुख्य शिखर बनाया जाएगा। पहले की तुलना में इस बार राम मंदिर की ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि की गई है। यही कारण है कि पहले की तुलना में अब इमारत में एक और मंजिल को बढ़ाना पड़ा है। पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी। अब इसे बढ़ाकर 280 से 300 फीट किया गया है। मंदिर की ऊंचाई को बढ़ाकर 161 फुट किया गया है। मंदिर के गुंबदों की संख्या 3 से बढ़ाकर पांच कर दी गई है। मंदिर के आकार में वृद्धि का कारण यह भी रहा कि पहले की तुलना में अब जमीन को बढ़ा दिया गया है। मंदिर में सिंहद्वार, नृत्य मंडप और रंग मंडप भी बनेंगे। श्रद्धालुओं के बैठने और विधिवत पूजा करने की भी व्यवस्था की गई है।


इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मिट्टी के आधार पर नींव की खुदाई 20 से 25 फीट गहरी की जा सकती है। नए मॉडल के तहत राम मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे। मंदिर के प्रत्येक तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे। मंदिर का निर्माण इस हिसाब से किया जाएगा कि एक बार में करीब 10 से 12 हजार लोग दर्शन कर सकेंगे। भूतल का क्षेत्र और भी बड़ा होगा। पहले तल पर जहां राम दरबार होगा वहां चार से पांच हजार श्रद्धालु एक बार में दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को भव्य बनाने के लिए पूरी तरीके से व्यवस्थाएं की जा रही है। मंदिर के आसपास क्या होगा इसका निर्णय ट्रस्ट करेगा। कॉरिडोर, संग्रहालय तथा तमाम तरह की पेंटिंग्स भी पूरे मंदिर में दिखाई दे सकती है। संक्षेप में बात करें तो मंदिर की लंबाई 360 फुट होगी, चौड़ाई 235 फुट, ऊंचाई 161 फुट, मंडपों की संख्या 5 होगी, पिलर की कुल संख्या 360 होगी, 6 से 8000 श्रद्धालु भूतल पर दर्शन कर सकेंगे वहीं 4 से 5000 श्रद्धालु पहले तल पर दर्शन कर सकेंगे।