बस्ती। नगर पालिका क्षेत्र के महरिखावा मोहल्ले में घुटनों तक पानी मे घुसकर आने जाने के है मजबूर मोहल्लेवासी, सड़क व नाली न निर्माण होने की वजह से जलभराव से दर्जनों घर वालो का घर से निकलना दूभर


बस्ती। नगर पालिका क्षेत्र के महरिखावा मोहल्ले में रोड पर भरे पानी ने लोगों का निकलना दूभर कर दिया है। नगर पालिका ने कई वर्षों से इस मोहल्ले की मुख्य मार्ग व नाली का निर्माण नही कराया, लेकिन सड़क व नाली का निर्माण न कराए जाने से घरों से निकलने वाले गंदे पानी ने इस क्षेत्र के लोगो का बुरा हाल कर दिया है। जिससे हर मौसम में जलभराव रहता है।


इस मोहल्ले का हालत यह है कि इस क्षेत्र से पैदल निकलना तो दूर वाहन लेकर निकलना भी खतरे से खाली नहीं है। इस जलभराव का सर्वाधिक प्रभाव राह से गुजरने वाली महिलाओं के साथ बच्चों पर पड़ रहा है, जो किसी भी सूरत में सुरक्षित नहीं निकल पा रहे हैं। गली में हर समय गंदा पानी भरा रहने से क्षेत्र के सभी लोगो में बहुत रोष देखा जा रहा है। इस मार्ग पर जगह-जगह बने गहरे गड्ढे आम आदमी के लिए भी परेशानी का सबब बने हुए हैं।


नरकीय जीवन जीने को मजबूर


हो गए है। कई वर्षों से पूर्व बसे इस मोहल्ले के लोग बरसात तो दूर हर सीजन में भरे रहने वाले नाली के गंदे पानी को लेकर परेशान हैं, हैरत की बात यह है कि लंबे समय ने मोहल्ले के लिए नासूर बनी इस समस्या की ओर से लोगों को प्रशासन व नगर पालिका की ओर से उदासीनता के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।



इस मोहल्ले में 8 साल से अधिक समय बीतने के बाद भी पानी की निकासी के लिए सुद्ध नाली नहीं बनाई गई। जिसके चलते घरों से निकलने वाला गंदा पानी गली में ही भर का आवागमन प्रभावित कर रहा है। 


मोहल्ले वासी धर्मवीर सिंह, दिवाकर अमर सिंह, मंजू, पिंटू चौरसिया, संतोष त्रिपाठी, मनीष पाल, रामदयाल, संजय, व रंजना का कहना है कि इस मोहल्ले के सभासद से कई बार कहा गया लेकिन सभासद कांग्रेसी होने के कारण इनका कोई सुनवाई नही हो रही है जिससे ये हाल हम सभी मोहल्ला वासियो को झेलना पड़ रहा है और मोहल्ले वालों का कहना है कि इस क्षेत्र में भरे गंदे पानी के कारण मार्ग अवरुद्ध है। गंदे पानी से निकलने में परेशानी के साथ ही शर्मसार भी होना पड़ रहा है। 


वही संजय का कहना है कि मुझे प्रधानमंत्री आवास मिल गया लेकिन पानी भराव होने के कारण घर से निकल नरक सा हो गया है।


वही इस मोहल्ले में ठेले वाले का कहना है कि मुझे इस मोहल्ले में घर निर्माण कराए हुए 4 वर्ष बीत गया लेकिन मार्ग न निर्माण व पानी भराव के कारण हम दूसरे जगह 5 हजार रुपये का किराये का मकान लेकर रह रहे है। और इस कोरोना काल मे भरण पोषण में काफी कठिनाई हो रहा है। 



इस मोहल्ले में दो सरकारी मास्टर भी रहते है जो कि अपना 2 पहिया वाहन दूसरे के घर खड़ा करते है और पैदल घुटनों तक पानी मे घुस कर घर के अन्दर आते जाते है।


सभासद सचिन शुक्ला का कहना है कि नगर पालिका परिषद के पिछले बोर्ड की बैठक में बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव हमने दिया था लेकिन किसी कारणवश योजना में इसका निदान नही हो पाया है लेकिन अबकी बार प्राथमिकता के आधार पर इस मार्ग व नाली का निर्माण के लिए हम अनशन पर भी बैठने के लिए भी तैयार रहेंगे और हम मार्ग व नाली का निर्माण मुझे कैसे कराना है मुझे अच्छी तरीके से पता है और हा जो मुझ पर आरोप मोहल्ले वाले लगा रहे है मुझे कांग्रेसी होने पर विकास का कार्य रोका जा रहा है वो सरासर झूठ है।


सुमित जैसवाल