मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस के हत्थे चढ़े अपराधी विकास दुबे के मामले में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कोई इसे सरेंडर कह रहा है तो कोई गिरफ्तारी. इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस झूठा श्रेय ले रही है. इसको किसी एमपी पुलिसवाले ने नहीं पकड़ा है, बल्कि महाकाल मंदिर में जो पुलिस सुरक्षा लगी है...SIS एजेंसी जो कि बीजेपी के सांसद आरके सिन्हा की एजेंसी है. उस एजेंसी के एक गार्ड ने पकड़ा है.
इस सरेंडर पर सवाल उठाते हुए दिग्विजय ने कहा कि इतना बड़ा गैंगस्टर बिना हथियार, बिना मास्क लगाए, खुद को पहचाने जाने के लिए महाकाल मंदिर में पहुंचा है. ये एक प्रायोजित सरेंडर है. इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसे सुरक्षा के साथ रखा जाना चाहिए, इसके किस नेताओं से संबंध हैं, किस पुलिसवाले से इसके संबंध हैं उसकी जांच होनी जरूरी है. गौरतलब है कि दिग्विजय का ये बयान तब आया है, जब शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा गैंगस्टर को पकड़ने के लिए उज्जैन पुलिस को बधाई दे चुके हैं.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की कांग्रेस भी इस सरेंडर पर सवाल उठा चुकी है. कांग्रेस का कहना है कि नरोत्तम मिश्रा जो राज्य के गृह मंत्री हैं वो कानपुर के प्रभारी रहे हैं, ऐसे में उनका इससे कनेक्शन है. गौरतलब है कि गिरफ्तारी के बाद से कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं.
एक तरफ कहा जा रहा है कि विकास दुबे ने सरेंडर किया है, तो वहीं खुद विकास दुबे चिल्लाकर बोल रहा था कि पुलिस ने उन्हें पकड़ा है. हालांकि, अभी गैंगस्टर को एक अज्ञात जगह पर ले जाया गया है, इसके बाद मध्य प्रदेश की पुलिस उसे यूपी पुलिस को सौंप देगी.