विकास दुबे के खिलाफ ED ने भी शुरू की जाँच,सिर्फ UP में 11 मकान,16 फ्लैट,थाईलैंड,अमीरात,दुबई में पेंटहाउस,3 साल में 14 देश घुमा, करोड़ों की संपत्ति का मालिक


प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को कानपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे और उससे जुड़े लोगों की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी. प्रवर्तन निदेशालय ने यूपी पुलिस से इनसे जुड़ी जानकारी मांगी हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे, उसके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के अलावा आपराधिक गतिविधियों में उसका साथ देने वालों की जानकारी यूपी पुलिस से मांगी है. इसके अलावा इन सभी के खिलाफ आपराधिक मामलों की वर्तमान स्थिति की जानकारी भी मांगी है.


बता दें हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने पिछले 3 साल में 15 देशों का दौरा किया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे ने दुबई और थाईलैंड में पेंटहाउस खरीदा है और हाल में ही लखनऊ में लगभग 20 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी थी.


पिछले तीन साल में विकास दुबे ने 14 देशों की यात्राएँ की और इस दौरान उसने अपने खास लोगों के जरिए संयुक्त अरब अमीरात और थाईलैंड में संपत्तियाँ खरीदी। बताया जा रहा है कि विदेश में उसकी संपत्ति की कीमत करीब 30 करोड़ रुपए है। हाल ही में विकास दुबे ने लखनऊ के आर्या नगर में एक आलीशान बंगला खरीदा था।


ED की रडार पर विकास दुबे और उसके गैंग से जुड़े लोग


उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू गाँव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस ने उसके मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार (जुलाई 11, 2020) को चौबेपुर पुलिस ने कानपुर हत्याकांड में शामिल अपराधियों को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों लोगों को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है।


जानकारी के अनुसार कानपुर की चौबेपुर पुलिस ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान ओम प्रकाश पांडेय और अनिल पांडेय के रूप में की गई। आरोप है कि दोनों ने विकास दुबे के मददगार और वांछित अपराधी शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे को अपने यहाँ पनाह दी थी। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपितों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। दोनों के खिलाफ चौबेपुर थाने में मामला पंजीकृत कर लिया गया है।


इसके साथ ही विकास दुबे और उसके गैंग से जुड़े लोग अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रडार पर हैं। ED जल्द ही प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर विकास दुबे और उसके गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति के मामलों की जाँच कर सकती है। ED के लखनऊ ऑफिस के अधिकारियों की एक टीम ने हाल ही में कानपुर रेंज आईजी मोहित अग्रवाल से इस सिलसिले में मुलाकात की है।


ED के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विकास दुबे की संपत्तियों से संबंधित जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक टीम कानपुर गई थी। इस दौरान उससे जुड़े लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई गई है। ED अपराध के जरिए हुई कमाई के निवेश के बारे में पता कर रही है। अधिकारी ने कहा कि प्राप्त सूचना के आधार पर अगर लगेगा कि मामला जाँच के लायक है तो केस दर्ज किया जाएगा। ई डी ने कहा कि टीम विकास दुबे और उसके परिवार के सदस्यों और उनके अन्य सहयोगियों के संपत्तियों और बैंक खातों के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है।


6 जुलाई को ही कानपुर पुलिस को एक पत्र भेजकर आदेश दिया था कि वो मनी लांड्रिंग ऐक्ट के अंतर्गत विकास के परिजनों और उसके सहयोगियों से उसकी चल और अचल संपत्ति की जानकारी लेकर एजेंसी को दें। इसके अलावा ED ने पुलिस से विकास दुबे के खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमों की भी जानकारी माँगी थी।


संवाददाता के मुताबिक पिछले तीन साल में विकास दुबे ने 14 देशों की यात्राएँ की और इस दौरान उसने अपने खास लोगों के जरिए संयुक्त अरब अमीरात और थाईलैंड में संपत्तियाँ खरीदी। बताया जा रहा है कि विदेश में उसकी संपत्ति की कीमत करीब 30 करोड़ रुपए है। हाल ही में विकास दुबे ने लखनऊ के आर्या नगर में एक आलीशान बंगला खरीदा था, जिसकी कीमत करीब 23 करोड़ रुपए बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अकेले यूपी में ही विकास दुबे के पास बेनामी संपत्ति के तहत 11 मकान और 16 फ्लैट हैं।