विकास दूबे की गिरफ्तारी का ईनाम का हकदार कौन है,यू पी पुलिस ने एमपी पुलिस को पत्र लिखकर किया सवाल


आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतराने वाले विकास दुबे के दुस्साहस में कोई कमी नहीं थी। वह पुलिसवालों को मार रहा था और साथ ही साथ चुनौती देने के लिए कंट्रोल रूम में किसी अन्य गुर्गे से फोन भी करा दिया था। पकड़े गए आरोपित शशिकांत ने पुलिस को बताया है कि दबिश लीक करने की सूचना पूर्व बीट प्रभारी केके शर्मा द्वारा दी गई थी।


गिरफ्तार शशिकांत ने चौंकाने वाला खुलासा किया। हालांकि पुलिस का मानना है कि वह कंट्रोल रूम में उस दिन आने वाली कॉल्स की डिटेल निकलवा रही है। शशिकांत ने पुलिस पूछताछ में कहा कि जब पुलिस से मुठभेड़ शुरू हुई और कुछ को मारा गया। उस दौरान विकास ने किसी दूसरे आदमी से पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कराया........


इनाम 5 लाख किसको....


उत्तर प्रदेश पुलिस के वांटेड अपराधी विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से ये सवाल उठ रहे थे कि, विकास पर घोषित ईनाम किसको दिया जाएगा। इसी के चलते अब उत्तर प्रदेश पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस विभाग को एक पत्र लिखा है। जिसमें पूछा गया है कि गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने वाले शख्स को दिए जाने वाला पांच लाख का ईनाम किस व्यक्ति को देना है।


उज्जैन के एसपी ने कहा ये


यूपी पुलिस के पत्र मिलने के बाद उज्जैन के एसपी मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार को कहा, ‘हमें कानपुर एसएसपी का एक पत्र मिला है। उन्होंने विकास दुबे को लेकर घोषित किए ईनाम की राशि की जानकारी दी और जानना चाहते हैं कि उज्जैन में विकास दुबे को हिरासत में लेने के पीछे किस पुलिसकर्मी की भूमिका थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने अतिरिक्त एसपी अमरेन्द्र सिंह, रूपेश द्विवेदी और आकाश भूरिया की एक टीम का गठन किया है, जो पूरे प्रकरण का अध्ययन करेंगे और मुझे ईनाम को लेकर रिपोर्ट सौंपेंगे। रिपोर्ट के आधार पर मैं कानपुर एसएसपी को एक प्रस्ताव भेजूंगा।’ दुबे 60 ज्यादा अपराध में वांछित था जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य जघन्य अपराध शामिल थे।


एमपी पुलिस ने किया गिरफ्तार


गौरतलब है कि दो जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों को घेरकर बेरहमी से हत्या करने के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। विकास दुबे उज्जैन के महाकाल में दर्शन के लिए गया था, तभी वहां के गार्ड ने पहचाना। जिसके बाद वहां की पुलिस एक्शन में आई और उसे वहीं धर लिया। कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह फिर मध्यप्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा, जहां उसे एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।