श्रीरामजानकी मार्ग पर हरे वृक्षों की कटान रोकने की मांग सपा नेता सिद्धार्थ ने भेजा ऑन लाइन ज्ञापन, दिया आन्दोलन की चेतावनी


बस्ती। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं उ.प्र. आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने मंगलवार को प्रमुख वन संरक्षक (पी.सी.सी.एफ) वन मुख्यालय लखनऊ, बस्ती के जिलाधिकारी, डीएफओ को ऑन लाइन ज्ञापन देकर नेशनल हाइवे संख्या 227 ए श्रीरामजानकी मार्ग के चौडीकरण के कारण हरे वृक्षों की कटान रोकने की मांग किया है।


भेजे ज्ञापन में सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने कहा है कि नेशनल हाइवे संख्या 227 ए श्रीरामजानकी मार्ग के चौडीकरण के कारण हरे वृक्षों की कटान किया जा रहा है जबकि उक्त मार्ग के किलोमीटर सं. 0-55 तक नेशनल हाइवे द्वारा किसानों, भू-स्वामियों को बिना मुआवजा दिये, बिना रजिस्ट्री कराये सड़क का निर्माण प्रारम्भ कर दिया गया। यह पूरी तरह से असंवैधानिक और नियम विरूद्ध है। इससे भू-स्वामियों में रोष व्याप्त है। स्वयं बस्ती के जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि बिना मुआवजा के किसानों की भूमि पर कार्य न किया जाय जिसके फलस्वरूप 9 जून 2020 से कार्य रूक गया है। जिलाधिकारी ने स्वीकार किया है कि श्रीराम जानकी मार्ग के किसानों की भूमि का अधिग्रहण नहीं किया गया है। सपा नेता सिद्धार्थ ने ऑन लाइन ज्ञापन में कहा है कि बिना भूमि अधिग्रहण के सड़क चौड़ीकरण किया जाना संभव नही है। ऐसी स्थिति में जब तक जमीन का विवाद समाप्त कर किसानों को मुआवजा न मिल जाय तब तक किसी भी दशा में हरे पेड़ो की कटान न कराया जाय।


सपा नेता सिद्धार्थ ने ज्ञापन में कहा है कि इस मार्ग पर कई हजार पेड़ मौजूद हैं जो पर्यावरण के लिये महत्वपूर्ण है। ऐसी स्थिति में हरे पेड़ों की कटान पर रोक लगाकर किसानों को उनकी भूमि का समुचित मुआवजा दिलाया जाय अन्यथा क्षेत्रीय नागरिक पर्यावरण रक्षा के लिये आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।