कानपुर में शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा के परिजनों ने विकास को बचाने का आरोप लगाया


कानपुर एनकाउंटर में आठ पुलिस कर्मियों के मौत के जिम्मेदार विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकला मंदिर से पकड़ा गया है। विकास के पकड़े जाने के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा के परिवार ने विकास की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। शहीद देवेंद्र मिश्रा के भाई कमलाकांत मिश्रा ने कहा, 'ये गिरफ्तारी नहीं है बल्कि उसे मौत से बचाया गया है।


देवेंद्र मिश्रा के भाई ने बताया कि एक दिन पहले उसे फरीदाबाद में देखा गया। अगले दिन वह सुरक्षित उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंच गया। फरीदाबाद से उज्जैन का रास्ता लगभग 12 घंटे का है। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या अकेले विकास दुबे या उसके गैंग ने नहीं की है। उसके साथ और दूसरे लोग भी शामिल थे, जो अबतक उसे बचाते रहे हैं। उन्हीं की सलाह पर उसने सरेंडर भी किया है। इसे मैं पकड़ना नहीं कहूंगा। असल में उसे मौत से बचाया गया है।



कानपुर एनकाउंटर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा के परिवार ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा क्या ऐसे गिरफ्तारियां होती हैं। उन्होंने कहा विकास दुबे का नेटवर्क पुलिस से ज्यादा कैसे एक्टिव है। सारे राज्यों की पुलिस और एसटीएफ के अलर्ट रहते हुए भी वो महाकाल मंदिर पहुंच गया। वहां जाकर दर्शन की टिकट कटवाई. 


ये कैसे संभव है। इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो मीडिया उनके साथ थी। उन्होंने कहा मैं पुलिस पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। मैं सीधे-सीधे तंत्र पर आरोप लगा रहा हूं। पुलिसवाले अपना काम कर रहे हैं। सभी पुलिसवालों या किसी पूरी राजनीतिक पार्टी पर आरोप लगाना गलत है। इसमें शामिल लोगों की पहचान होनी चाहिए। सभी के चेहरों से नकाब हटने चाहिए।



कानपुर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा 2016 के पीपीएस अफसर थे। इंस्पेक्टर से प्रमोट होकर देवेंद्र कुमार सीओ बनाये गये थे। 13 जुलाई 2016 को हाथरस में इंस्पेक्टर पद पर तैनात हुए थे फिर सीओ का प्रमोशन मिला था। सीओ बनने के बाद गाजियाबाद में डिप्टी एसपी के तौर पर उनकी पहली तैनाती हुई थी। देवेंद्र मिश्रा 6 अगस्त 2016 से 1 अगस्त 2017 तक गाजियाबाद में तैनात रहे। गाजियाबाद जिला पुलिस से हटने के बाद गाजियाबाद पीएसी में भी पोस्टिंग रही। 11 अक्टूबर 2018 को देवेंद्र कुमार मिश्रा कानपुर में सीओ बनकर आए थे।