कानपुर के अपराधी विकास दूबे के मारे जाने की खबर पर पर डीजीपी ने क्या क्या कहा


कानपुर में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में पुलिस के सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि देर रात कानपुर की चौबेपुर पुलिस थाने में आने वाले दिकरू गांव में पुलिस का दल विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रहा था। उसी दौरान विकास के घर की ओर से फायरिंग हुई।  विकास पर दुबे के खिलाफ करीब 60 आपराधिक मामले चल रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने इस मुठभेड़ में शामिल दो बदमाशों को मार गिराया। बताया जा रहा है कि दोनों विकास दुबे के रिश्तेदार हैं। एक मामा है तो दूसरा चचेरा भाई। 


वहीं कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ने लगी कि  विकास दुबे भी मारा गया है। लेकिन कानपुर पहुंचे यूपी के डीजीपी  हितेश चंद्र अवस्थी ने इस बात से साफ इंकार किया कि विकास मारा गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। 


विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर पर औरैया एसपी सुनीत हतप्रभ ने कहा कि पुलिस के काम को डाइवर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी विकास को पकड़ने के लिए प्रयासरत हैं, जिसने भी फर्जी एनकाउंटर की खबर फैलाई है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लाेगों से अफवाह पर ध्यान ना देने की भी बात कही।


सजा जरूर मिलेगी : 


डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा है के इसका रहस्योद्घाटन किया जाएगा की घटना के पीछे कि लोगों की साजिश थी। उन्होंने कहा के पहले से ही बदमाशों को जानकारी थी इसीलिए जेसीबी से रास्ता रोक कर रखा गया था। अंधेरे का बदमाशों ने फायदा उठाया पुलिस के पास पूरे हथियार थे और टीम भी बड़ी थी। इस मामले की तहकीकात के लिए लखनऊ और कानपुर एसटीएफ लगाई गई है। इसके अलावा दो जगह की फॉरेंसिक टीम भी लगी हुई है। घटना के हर आएंगे की जांच हो रही है । उन्होंने कहा कि हमारे 8 लोग मारे गए हैं और साथ घायल हैं हम किसी भी दोषी को छोड़ेंगे नहीं। पूरे गांव में जहां भी लगेगा कि पूछताछ की जाए। हो सकता है कुछ जानकारी मिल जाए।