ह्यूमन सेफ लाइफ फाउण्डेशन ने कोरोना काल में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों को प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया


बस्तीः स्वास्थ्य जागरूकता एवं समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही सामाजिक संस्था ह्यूमन सेफ लाइफ फाउण्डेशन ने राजकीय इण्टर कालेज के सामने स्थित एक होटल के सभागार में डाक्टर्स डे पर कार्यक्रम आयोजित कर कोरोना काल में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों को प्रतीक चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।


उन्हे कोरोना वारियर्स की संज्ञा दी गयी। फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोरोना काल में चिकित्सकों का अहम योगदान रहा। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित रहे। सामाजिक संस्थाओं, चिकित्सकों और स्थानीय प्रशासन के बीच के समन्वय का नतीजा रहा कि जनपद में कोरोना का संक्रमण तेजी से नही फैल पाया और रिकवर होने वाले तरीजों की संख्या भी अन्य जनपदों से बेहतर रही।



नये सत्र के अध्यक्ष मनोनीत किये गये डा. एलके पाण्डेय ने कहा कोरोना का खतरा टला नही है, अभी इसका प्रभाव ज्यादा दिनों तक रहेगा। ऐसे में हमे सावधानियां अपनाकर खुद के साथ साथ दूसरों को संक्रमण से बचाना होगा। पिछले संत्र के अध्यक्ष रहे अपूर्व शुक्ला ने कहा कोरोना से बचाव का उपाय सिर्फ जागरूकता है। सामाजिक संस्थाओं ने संकटकाल में हर संभव योगदान दिया। चाहे प्रवासी मजदूरों को भोजन देने की बात हो अथवा शहर में मास्क, सेनेटाइजर बांटने की बात हो, बस्ती जनपद अन्य जिलों से अग्रणी रहा।


कार्यक्रम में डा. रंगजी द्विवेदी, डा. आरएन चौधरी, रश्मि श्रीवास्तव, डा. आसिम फारूकी, डा. मुश्ताक अहमद खान, डा. एमके सिन्हा, डा. सुनील कुमार मिश्रा, डा. एनके श्रीवास्तव, डा. सीमा चौधरी, डा. वीके वर्मा, डा. अभिजात कुमार, डा. श्वेता श्रीवास्तव, डा. विवेक गौरव सचान, डा. पीके श्रीवास्तव, डा. दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव, डा. प्रमोद कुमार चौधरी, डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डा. अर्चना त्रिपाठी, डा. शबनम जहां, डा. तैयब अंसारी, डा. बीएच रिज़वी, डा. अश्वनी कुमार सिंह, डा. दीपक श्रीवास्तव, डा. प्रदीप कुमार शुक्ला, डा. नफीस अहमद खान, डा. अनिल कुमार मिश्रा, डा. सुधाकर पाण्डेय, डा. आफताब रजा, डा. फकरेयार हुसेन आदि को सम्मानित किया गया। डा. सिम्मी भाटिया, रीता पाण्डेय, ईना लखवानी, नीलम मिश्रा, स्वाती श्रीवास्तव, रणविजय सिंह, नवीन पाण्डेय, प्रतीक भाटिया, रजत सरकारी आदि का अहम योगदान रहा।