दुर्दांत अपराधी विकास दुबे उज्जैन में गिरफ्तार,पकड़े जाने पर भी हेकड़ी गई नहीं,चिल्ला कर कर कहा हाँ मैं हूँ कानपुर वाला विकास दूबे


उज्जैन :-उत्तर प्रदेश के साथ ही हरियाणा तथा दिल्ली पुलिस को चकमा देकर मध्य प्रदेश पहुंचे दुर्दांत अपराधी कानपुर के विकास दुबे ने उज्जैन में समर्पण किया है। वहां पर भी वह अपनी हेकड़ी में था। जब उससे सिक्युरिटी गार्ड ने पूछताछ की तो उससे बोला-- हां मैं विकास दुबे हूं।



कुख्यात गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन में पकड़ा गया। विकास दुबे यहां के महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था। फैसिलिटी सेंटर पर अपना बैग रखने के बाद यहां उसने शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये की रसीद कटवाई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मंदिर में एक सिक्युरिटी गार्ड को शंका होने पर उसे पुलिस चौकी लेकर आए थे।



महाकाल मंदिर में गुरुवार सुबह 7.45 बजे दुबे की गिरफ्तारी हुई। वह करीब सात बजे ही मंदिर परिसर में पहुंच चुका था। इन दिनों महाकाल दर्शन के लिए एक दिन पूर्व अग्रिम बुकिंग कराना होती है। मगर हाल ही में प्रशासन द्वारा 250 रुपये की रसीद से दर्शनार्थियों को सीधे प्रवेश दिया जा रहा है। विकास दुबे ने यही रसीद कटवाई। यहां उसने अपना सही नाम नहीं बताया। दुबे दर्शन कर लौट रहा था। इसी दौरान एक सुरक्षाकर्मी को शक हुआ।


(एमपी पुलिस ने हेकड़ी जताने पर विकास दूबे को पीछे से थप्पड़ लगाया) 



इस पर दुबे को मंदिर परिसर स्थित महाकाल चौकी में लाया गया। यहां पूछताछ शुरू होते ही दुबे ने अपनी पहचान बता दी। यहां पूछताछ शुरू होते ही उसने कहा- हां मैं विकास दुबे हूं। मैं कानपुर का विकास दुबे हूं। आइजी राकेश गुप्ता, एसपी मनोज सिंह सहित कुछ अन्य अफसर उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना दी गई। एसपी मनोज सिंह खुद उसे गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।


इसी गाड़ी से आने की खबर थी 



साबरमती एक्सप्रेस से आया


पूछताछ के दौरान दुबे कई कहानियां गढ़ रहा है। यह भी जानकारी लगी है कि वह उज्जैन गुरुवार सुबह साबरमती एक्सप्रेस से पहुंचा था। ट्रेन 5.45 पर उज्जैन आई थी। पुलिस अधिकारी दुबे को लेकर कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं।


महाकाल मंदिर में चप्पे-चप्पे पर कैमरे, कई सवाल उठे


दुबे की इस तरह गिरफ्तारी से कई तरह के सवाल खड़े हुए हैं। दरअसल महाकाल मंदिर परिसर में चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगे हुए हैं। विकास दुबे का इस तरह आराम से मंदिर में पहुंचना और फिर गिरफ्तार होने से कई तरह की चर्चाएं हैं। 



महाकाल के दर्शन के पश्चात विकास दुबे ने वहां मौजूद निजी सुरक्षाकर्मियों को बताया कि "मेरा नाम विकास दुबे है आप कृपया उज्जैन पुलिस को सूचना कर दें, मैं महाकाल की शरण में सरेंडर करने आया हूं" उज्जैन पुलिस मंदिर प्रांगण के बाहर से विकास को कस्टडी में लिया गया।


एमपी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान...


कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की गिरफ्तारी पर दिया बयान...


अभी मध्यप्रदेश पुलिस की कस्टडी में है विकास दुबे..


अभी गिरफ्तारी कैसे हुई इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं...


मंदिर ये अंदर बाहर से गिरफ्तारी हुई इसके बारे कहना ठीक नहीं...


कुरुरता की हदें शुरू से यह पार कर रहा था...


इंटेलीजेंस की बात है ज्यादा कुछ भी कहना सही नहीं...


वारदात होने के बारे से ही हमने पूरी मप्र पुलिस को अलर्ट पर रखा था...


 


आज 4 बजे कोर्ट में पेश होगा पुलिस करेगी ट्रांजिट रिमांड की मांग