बस्तीः फर्जी जाति प्रमाण पर बनी प्रधान को डीएम ने किया बर्खास्त,विकास कार्यो हेतु तीन सदस्यीय समिति गठित


बस्तीः फर्जी जाति प्रमाण पर बनी प्रधान को डीएम ने बर्खास्त कर दिया है। मामला विक्रमजोत विकास खंड के रिक्खीपुर का है। इसके साथ ही विकास कार्य का संचालन करने के लिए तीन सदस्यों वाली टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है। विकास खंड विक्रमजोत की ग्राम पंचायत रिक्खीपुर 2015 के पंचायत में चुनाव अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी। इस पद पर गांव की अंजू ने चुनाव लड़ा।


उसने स्वयं को दलित बताया और चुनाव में सबसे अधिक मत हासिल करते हुए प्रधान बन गईं। गुलाब सिंह निवासी टिकरिया पोस्ट बेलवा बाघानाला थाना छावनी ने उनके जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताते हुए शिकायती पत्र दिया था। एसडीएम हर्रैया ने 22 सितम्बर 2018 को संदिग्ध मानते हुए निरस्त कर दिया है। इस पर डीएम की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी हुआ। नोटिस का जबाब देते हुए प्रधान अंजू ने बताया कि उनके माता पिता और पति अनुसूचित जाति के हैं। मामला हाईकोर्ट तक गया तो कोर्ट ने जाति प्रमाण पत्र के परीक्षण कराने का निर्देश दिया। जांच में यह फर्जी पाया गया। इसी आधार पर डीएम ने प्रधान अंजू को बर्खास्त कर दिया।