बस्ती,एक साथ दो दर्जन कस्तूरबा विद्यालयों में पढ़ाने वाली शिक्षिका अनामिका शुक्ला के मामले में किरकिरी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग अब इस तरह का फर्जीवाड़ा रोकने में जुट गया है। विभाग ने सभी परिषदीय स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर कार्यरत शिक्षकों के फोटो उनके नाम के साथ अनिवार्य रूप से चस्पा करने का आदेश जारी किया है।
शिक्षिका अनामिका शुक्ला के फर्जीवाड़े को लेकर रायबरेली से लेकर वाराणसी, फर्रुखाबाद, एटा और आगरा आदि जिलों में हड़कंप मचा है। आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। काफी किरकिरी होने के बाद बेसिक शिक्षा निदेशक ने शिक्षकों का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश जारी किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के पत्र का हवाला देते हुए निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस आशय का निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिलों के दूरस्थ क्षेत्रों में प्राक्सी टीचर्स के रूप में अध्यापकों के स्थान पर दूसरे व्यक्ति को रखकर कार्य कराए जाने की शिकायतों को संज्ञान लेते हुए यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से बनाई जाए।
सभी विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों के फोटोग्राफ श्रेणी के अनुसार विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर जल्द से जल्द लगाने की व्यवस्था बना दी जाए। इस संबंध में की जाने वाले कार्रवाई की रिपोर्ट सभी जिलों से निदेशालय ने मांगी है। इस व्यवस्था को लेकर अधिकारियों का मानना है कि जब सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं के फोटो स्कूल में चस्पा होंगे तो निरीक्षण के दौरान अधिकारी भी इसका मिलान कर सकेंगे। साथ ही अभिभावकों व बच्चों की इस पर नजर रहेगी।
सभी ब्लॉकों के खंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी परिषदीय/ सहायता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों के फोटोग्राफ श्रेणी के अनुसार विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर अनिवार्य रूप से लगाना सुनिश्चित कराया जा रहा है।