पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि सहित अन्य मुद्दो के विरोध में समाजवादी पार्टी ने ज्ञापन सौंपा, जताया सरकार के प्रति आक्रोश


बस्ती । समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को शारीरिक दूरी का पालन करते हुये जनहित के 16 सूत्रीय मांगो को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर को सौपा। समाजवादी रिक्शे को खीचते हुये चल रहे थे। इसी क्रम में तहसील मुख्यालयों पर विधानसभाध्यक्षों ने ज्ञापन सौंपा।


ज्ञापन सौंपते हुये सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि केन्द्र की सरकार प्रति दिन डीजल, पेट्रोल के मूल्यों में वृद्धि कर देश के जनता के हितांे से खिलवाड़ कर रही है। कहा कि कानपुर के बालिका संरक्षण गृह में जिस प्रकार से अत्याचार हुआ उसने योगी सरकार में उड़ रही कानून व्यवस्था की धज्जियों, और गरीबों के उत्पीड़न की पोल खोल दिया है। शिक्षकों के नियुक्ति प्रक्रिया और पशुपालन विभाग में हुये घोटालों में भाजपा के जिम्मेदार मंत्रियों, उनके प्रतिनिधियों, वरिष्ठ अधिकारियों के विरूद्ध जांच और कार्रवाई की जगह उनकों बचाने का प्रयास किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी जनहित के सवालों को लेकर संघर्ष जारी रखेगी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नौजवानों, किसानों, व्यापारियों, मजदूरों का विश्वास खो चुकी है। गन्ना किसानों को उनका बकाया नहीं मिल रहा है, निजी स्कूल जबरिया अभिभावकों से फीस वसूल रहे हैं और सरकार के जिम्मेदार चुप्पी साधे हुये है। समय आने पर उनका करारा जबाब दिया जायेगा।


राज्यपाल को भेजे 16 सूत्रीय ज्ञापन में गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराकर बस्ती, वाल्टरगंज चीनी मिलों को पुनः शुरू कराने, पेट्रोल, डीजल कीमतों में वृद्धि रोककर बढ़ती मंहगाई को रोकने, किसान क्रेडिट कार्ड खातों पर लिये गये ऋण को माफ करने, निजी स्कूलों एवं कालेजों के प्रबंधकों द्वारा अभिभावकों पर दबाव बनाकर की जा रही वसूली को बंद कर फीस माफ कराने, खरीफ 2019 के जिले के ऋणी एवं गैर ऋणी किसानों के जमा किये गये बीमा प्रीमीयम के समस्त दावों का निस्तारण कर भुगतान कराये जाने, गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों का गेहूं समय सीमा के अर्न्तगत क्रय करने एवं भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित करने, बंद पड़ी साधन सहकारी समितियों को चालू कराकर किसानों को खाद, बीज उपलब्ध कराने, 2019-20 मंें किसानों द्वारा सरकारी गोदामों से खरीदे गये रबी एवं खरीफ बीज की अनुदान राशि तत्काल किसानों के खातों में भेजे जाने, कोरोना के नाम पर जनपद बस्ती में हो रहे व्यापारियों का उत्पीड़न बंद कराने, पुलिस द्वारा जबरिया किये जा रहे गाडियों के चालान पर रोक लगाकर पुलिसिया उत्पीड़न बंद कराये जाने, बस्ती शहर के जाम पड़े नालियों एवं नालों को तत्काल साफ कराकर जल जमाव से मुक्ति दिलाने के साथ ही शहर के पाण्डेय स्कूल, पचपेडिया, हरदिया, वाल्टरगंज सहित अन्य प्रमुख सम्पर्क मार्गो का अबिलम्ब निर्माण कराये जाने, जनपद में सरयू नदी के किनारे बाढ प्रभावित गांवों की रक्षा हेतु तटबंधों की मरम्मत कराये जाने, बस्ती महुली मार्ग के डारीडीहा कांशीराम आवास होते हुये कोतवाली एवं कैली अस्पताल को जाने वाले मार्ग को ठीक कराने, नेशनल हाइवे मूडघाट को जोड़ने वाले दुबौला, पैकोलिया तक खराब हो चुके मार्ग को तत्काल ठीक कराये जाने, बस्ती जनपद में बरसात में खराब हो चुके विभिन्न सड़कों, महादेवा, लालगंज, कुदरहा, बस्ती, महसो, देईसाड़ मार्ग को अबिलम्ब ठीक कराये जाने, बस्ती जनपद के अनेक अधिकारी जन समस्याओं के समाधान में रूचि नहीं ले रहे हैं, उनका प्रभावी ढंग से समाधान हेतु निर्देशित किये जाने आदि की मांग शामिल है। 


ज्ञापन सौंपने वालों में सिद्धेश सिन्हा, जमील अहमद, महन्थ यादव, रामशंकर निराला, सुमन सिंह, जावेद पिण्डारी, अरविन्द सोनकर, फूलचन्द्र श्रीवास्तव, रजवन्त यादव, धर्मराज यादव, निसार अहमद, महेश तिवारी, शिब्लू पाण्डेय, मुरली पाण्डेय, प्रदीप यादव, देवनाथ यादव, प्रशान्त यादव, मो. शाहिर, कोईल यादव, रामशव्द यादव आदि शामिल रहे।