कोरोना से बचाव हेतु जन- जागरुकता ही महत्वपूर्ण: डॉ. पूर्णेश


कोरोना ने आज एक बड़ी वैश्विक महामारी का रूप ले लिया है । इस रोग की शुरुआत जुकाम व खाँसी मात्र से से होती है जो धीरे- धीरे आगे चलकर एक विकराल रूप ले लेती है । कोरोना एक भयावह रोग है और इससे बचाव ही इसकी दवा है । यह रोग चीन के वूहान शहर से शुरू होकर पूरे विश्व में फैल गया और इतना विकराल हो गया कि भारत जैसे देश को पूरी तरह बंद घोषित कर दिया। यह बयान आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ पूर्णेश नारायण सिंह ने दिया ।


        डॉ पूर्णेश सिंह ने कहा कि 25 मार्च से शुरू होकर 31 मई तक हुए इस लॉक डॉउन के कारण जहाँ कोरोना को काबू करने में काफी हद तक सफलता मिली, वहीं देश की अर्थव्यवस्था को तथा आम जनता को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा । जिसको देखते हुए सरकार को धीरे- धीरे लॉक डॉउन हटाने का फैसला लेना पड़ा ।


        लॉक डॉउन भले ही अब अनलॉक का रूप लेता दिखाई दे रहा हो, परन्तु कोरोना का संक्रमण दिन- प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है । यह संक्रमण बड़ी आसानी से फैल जाता है और अब तक इसकी कोई दवा नहीं मिल सकी है जिसके कारण इसे बहुत घातक रोग की श्रेणी में रखा गया है ।


        जब तक कोरोना से बचाव के लिए दवा या वैक्सीन नहीं बन जाती, तब तक जनता द्वारा जागरुकता ही इससे बचाव का सबसे कारगर माध्यम है । लॉक डॉउन के खुलने के बाद यह और भी आवश्यक हो जाता है कि जनता स्वयं ही जागरूक होकर इस महामारी से स्वयं की रक्षा करे।


         कोरोना से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि स्वयं सतर्कता बरती जाए । स्वयं की देखभाल व जागरुकता द्वारा ही कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है तथा समाज की भी रक्षा की जा सकती है । यह पाया गया है कि जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, वो कोरोना को आसानी से हरा सकता है। इसीलिए अपने खान- पान पर विशेष ध्यान दें । साथ ही बचाव के कुछ और भी उपाय है, जिसका पालन सबको अवश्य करना चाहिए । जैसे-


 अपने हाथों को साबुन से बार- बार धोये या सैनिटाइजर का प्रयोग करें ,मास्क का उपयोग करें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें ।बाहर से लाए हुए सामान को अच्छी तरह से धुलकर ही घर में रखें ।यात्रा करने से बचें ।सामानों की खरीददारी करते वक्त उचित दूरी का पालन करें तथा जहाँ तक संभव हो कैश लेस पेमेंट ही करें ।


- आरोग्य सेतु एप डाउन लोड करें ।सर्दी, जुकाम, खाँसी या अन्य कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें ।


           कोरोना एक भयानक बीमारी है जो कभी भी किसी को भी हो सकती है, अत: इस बीमारी से निश्चिंत ना रहें तथा बताई गई सावधानी अवश्य बरतें और सतर्क रहें । बच्चों को समझाएँ तथा उनमें भी बार- बार हाथ धोने की आदत सिखाएँ । जिस प्रकार बूँद- बूँद से ही घड़ा भर जाता है उसी प्रकार एक- एक व्यक्ति के जागरुकता से ही इस भयावह बीमारी को दुनिया से खत्म किया जा सकता है,सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन अवश्य करें,