कोरोना काल में घर में नौकरानी बुलाए या नहीं, जानिए एम्स के डाक्टर ने दी क्या सलाह


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का मानना है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन पर काफी काम किया जा रहा है. अलग- अलग तरीके से अन्यों देशों के साथ भारत भी इस पर काम कर रहा है. उम्मीद है कि साल के अंत में या अगले साल की शुरुआत में वैक्सीन आ जाए.


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना वायरस इतनी जल्दी खत्म होने वाला नहीं है. कुछ समय तक यह हमारी जिंदगी में रहने वाला है. इसलिए कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतना बहुत जरूरी है.



घर में काम करने के लिए मेड या कामवाली रखने के बारे में गुलेरिया का कहना है कि अगर बचा जा सके तो बचना चाहिए. वरना बहुत ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. जो भी घर के अंदर काम करने वाली या कोई मैकेनिक आता है तो उसको प्रॉपर सैनिटाइज करना, मास्क लगाना, जिस सतह को छूए वहां पर सैनिटाइज करने जैसी बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है.


सरकारी अस्पतालों को लेकर आ रही शिकायतों पर गुलेरिया का कहना है कि सरकारी अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ ठीक व्यवहार किया जाता है. उनकी केयर की जाती है. उनकी तरफ ध्यान दिया जाता है. इतना जरूर है कि निजी अस्पतालों की तरह फाइव स्टार सुविधाएं तो नहीं मिलती, जनरल वार्ड वाली सुविधाएं उनको दी जाती है. ठीक तरीके से उनका इलाज किया जाता है.


हटा सकते हैं मास्क


मास्क को लेकर गुलेरिया का कहना है कि घर से बाहर वैसे तो मास्क इस्तेमाल करना जरूरी है लेकिन एक्सरसाइज, योग या घूमते हुए अगर आप अकेले हैं और आस-पास कोई नहीं है और कोई आपको क्रॉस नहीं कर रहा है तो आप मास्क को हटा भी सकते हैं.


दवा लेने की दरकार नहीं


गुलेरिया ने यह भी साफ किया कि ठंडा पानी न पीने और गर्म पानी पीने या आइसक्रीम न खाने को लेकर ऐसी कोई स्टडी नहीं आई है. गुलरिया का यह भी कहना है कि अगर कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं है और नॉर्मल है तो उसको एहतियात के तौर पर कोई दवा लेने की भी जरूरत नहीं है. एहतियात के तौर पर दवा लेने की सलाह उन्हीं लोगों को दी जा रही है जो हॉटस्पॉट, रेड जोन या कोविड मरीजों के पास जाते हैं.