बस्ती :- गेहू खरीद में शिथिलता पर डी एम ने असंतोष व्यक्त कर लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए


बस्ती 14 जून 2020 सू०वि०, जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने गेहूं की खरीद पर असंतोष व्यक्त किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि शासन द्वारा 30 जून तक गेहूं खरीद की तारीख बढ़ाई गई है, सभी क्रय एजेंसियां प्रयास करके लक्ष्य का 50% खरीद कराना सुनिश्चित करें।


         उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद में लेखपाल तथा कानूनगो का भी सक्रिय सहयोग लिया जाए तथा उनके माध्यम से किसानों को प्रेरित कर गेहूं खरीद कराई जाए। इस संबंध में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।


         समीक्षा में उन्होंने पाया कि कुल 84500 मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 29617 मीट्रिक टन खरीद की गई है। जो कुल लक्ष्य का 35% है। उन्होंने समीक्षा में पाया कि केवल खाद्य विभाग द्वारा प्रतिदिन 170 मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 216 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा रही है। शेष पीसीएफ, यूपीपीसीयू तथा भारतीय खाद्य निगम द्वारा प्रतिदिन के लक्ष्य का खरीद नहीं किया जा रहा है, जो कि शासन द्वारा निर्धारित किया गया है।


         पीसीएफ के 76 गेहूं खरीद केंद्रों द्वारा 40 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 14954 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है, जो लक्ष्य का 37. 39 प्रतिशत है। परंतु प्रतिदिन गेहूं खरीद का लक्ष्य 760 मीट्रिक टन है,जबकि खरीद 230 मीट्रिक टन ही की जा रही है। इसी प्रकार यूपीपीसीयू के 11 क्रय केंद्रों द्वारा 14500 मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 3853 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है। जो लक्ष्य का 26. 58 प्रतिशत है। इस संस्था का प्रतिदिन खरीद का लक्ष्य 110 मीट्रिक टन है, जबकि खरीद मात्र 80 मीट्रिक टन की जा रही है।


          भारतीय खाद्य निगम के एक गेहूं क्रय केंद्र द्वारा 2000 मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष 477 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है, जो लक्ष्य का 23.87% है। इस संस्था द्वारा प्रतिदिन 10 मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य, जबकि प्रतिदिन मात्र 3.70 मीट्रिक टन है। जिले में गेहूं खरीद के लिए कुल 105 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं।


           बैठक का संचालन डिप्टी आरएमओ गोरखनाथ तिवारी ने किया। इसमें एडीएम रमेश चंद्र, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम हरैया प्रेम प्रकाश मीना, उप जिलाधिकारी श्रीप्रकाश शुक्ला, तहसीलदार पवन जयसवाल, चंद्रभूषण प्रताप, देवकीनंदन त्रिपाठी, विनोद कुमार, सहायक निबंधक सहकारिता प्रेमचंद प्रजापति एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।