अनामिका शुक्ला के नाम पर अंबेडकर नगर में नौकरी कर रही एक और फर्जी टीचर मैनपुरी से गिरफ्तार, दर्ज था fir


मैनपुरी। फर्जी अभिलेखों के सहारे नाम बदल कर नौकरी करने वाली फर्जी अनामिका शुक्ला को जिले की पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। अंबेडकर नगर पुलिस ने मैनपुरी जिले से फर्जी अनामिका को गिरफ्तार किया है। अभी हाल ही में आलापुर पुलिस ने अनामिका के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। आलापुर पुलिस ने फर्जी अनामिका की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बता दें, मामले की जांच आईबी, एसटीएफ सहित पांच एजेंसियां कर रही हैं।


अनामिका शुक्ला के नाम पर जिले के राम नगर ब्लाक में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में एक महिला नौकरी रह रही थी, लेकिन जब अनामिका प्रकरण चर्चा में आया तो वह बगैर किसी सूचना के ही फरार हो गई। मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि गोंडा की अनामिका शुक्ला के नाम पर मैनपुरी की महिला नौकरी कर रही है। मामला तूल पकड़ा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस फर्जी अनामिका के तलाश में जुटी रही और शुक्रवार को अभिलेखों में दर्ज पते के आधार पर पड़ताल करते हुए मैनपुरी से इसे गिरफ्तार कर लिया।


महिला ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। करीब डेढ़ साल पहले बेवर बस स्टैंड पर कहीं जाने के लिए बैठी थी। तभी वहां पुष्पेंद्र नाम के व्यक्ति ने उससे पूछा, क्या आप पढ़ी लिखी हो? अनीता ने बताया कि वो एमए पास है। पुष्पेंद्र ने अनीता से नौकरी लगवाने की बात कही, उस पर अनीता तैयार हो गई। अनीता ने बताया कि नौकरी के लिए उसके कोई भी कागज और बैंक खाता नहीं लगा है। उसके खाते में तनख्वाह नहीं आती थी, उसे पुष्पेंद्र 10,000 रुपए महीने देता था और वो कॉलेज के हॉस्टल में ही रहती थी।


उधर, सहारनपुर में अनामिका शुक्ला के नाम से भावना नौकरी कर रही थी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुजफ्फराबाद में नियुक्ति के लिए विभाग ने आवेदनकर्ता अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाषचंद शुक्ला के द्वारा भरे गए पते हसनपुर मैनपुरी पर नियुक्ति पत्र भेजा गया तो वहां उक्त नाम और जाति का कोई व्यक्ति नहीं मिला। ऐसे में नियुक्ति पत्र वापस आ गया था। इसी प्रकरण में विभाग ने संबंधित विद्यालय की वार्डन ललिता देवी की संविदा समाप्त कर दी है। जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है।