विशाखापट्टनम स्थित एक फार्मा कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है. विशाखापत्तनम के आरआर वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर कंपनी में गैस लीकेज के बाद एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हो गई है. गैस लीकेज होने से पूरे शहर में तनाव का माहौल है. प्रशासन ने आसपास के गांवों का खाली करा दिया है. एलजी पॉलिमर कंपनी के तीन किलोमीटर के दायरे में गैस रिसाव का असर देखा जा रहा है.
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस रिसाव का मामला बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी एक्शन में आ गए हैं और ताजा हालात के बारे में जानकारी ली. बताया जा रहा है कि सीएम जगन खुद विशाखापट्टनम जा रहे हैं. इसके साथ ही अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
खबरों के मुताबिक, 2000 मीट्रिक टन रासायनिक क्षमता वाले टैंक से रिसाव हुआ था. इससे 3 हजार मीट्रिक टन की क्षमता वाला एक और टैंक जुड़ा हुआ था. रिसाव के समय करीब 2000 लोग संयंत्र के अंदर थे और करीब 2000 लोग संयंत्र के बाहर थे. मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.
शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, पीवीसी गैस (या स्टाइरीन) एलजी पॉलिमर से गुरुवार सुबह करीब 2:30 बजे लीक हुई है. जहरीली गैस के रिसाव के कारण लोग या तो बेहोश हो गए या सांस लेने में तकलीफ होने लगी. बड़ी संख्या में घरेलू और पालतू जानवर और पौधे भी प्रभावित हुए. अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है.
घटना की सूचना पाकर मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भी विशाखापत्तनम के लिए रवाना हो गए है. वह एएनएस अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां प्रभावितों का इलाज किया जा रहा है. मुख्यमंत्री स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और जिला मशीनरी को तत्काल कदम उठाने और सभी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं.
क्या है मामला
आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से गुरुवार सुबह खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है. इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं. पांच गांवों को खाली करा लिए गया है. सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं.