महाराष्ट्र के अमरावती लोकसभा से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा महज एक साल के कार्यकाल में अपने आकर्षक व्यक्तित्व, प्रखर आवाज और असीमित ऊर्जा के कारण पुरे देश की पहचान बन गई हैं। उन्होंने ये साबित कर दिया है कि देश और समाज की सच्ची सेवा के लिए समय का लम्बा होना आवश्यक नहीं, बल्कि कार्य का ज्यादा होना जरूरी है। यही कारण है कि उनके तेवंर, सेवा करने की लगन, जुझारूपन आदि को देखते हुए एशिया पोस्ट और फेम इंडिया जैसी प्रतिष्ठित संस्था ने अपने सर्वे में 25 सशक्त महिलाओं कि सूचि में नवनीत राणा को 5वां स्थान दिया है। विदित हो कि इस सूचि में बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु, बीबीसी इंडिया कि प्रमुख रूपा झा, अंतराष्ट्रीय महिला सम्मलेन की अध्यक्ष भानुमति नरसिम्हन आदि जैसी हस्तियां शामिल हैं। पुरे महाराष्ट्र से एकमात्र सांसद नवनीत राणा को इस सूचि में जगह दी गई हैं, जो पुरे महाराष्ट्र के लिए गौरव और फख्र की बात है। विदित हो कि सांसद के रूप में नवनीत राणा ने एक साल पूरा कर लिया है और उनकी सक्रीय और सशक्त कार्य को देखते हुए विधायक रवि राणा सहित अनेक गणमान्य लोगों ने बधाई दी है। सांसद नवनीत राणा भारतीय संसद में भी लगातार अपने क्षेत्र और महाराष्ट्र से सम्बंधित समस्याओं को मजबूती से उठाती रही हैं। अपने क्षेत्रों के गरीबों को घर दिलाने के लिए के लिए संसद में सवाल उठाना, महाराष्ट्र के किसानों की बदहाली को मार्मिक रूप से संसद को बताना और उनके लिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध करने की मांग करना, महिलाओं पर भयानक अत्याचार जैसे जिन्दा जलाने, रेप करने, तेजाब फेकने, छेड़छाड़, धमकाना आदि पर सशक्त आवाज उठाना और अपराधियों को तुरंत कठोर दंड देने की मांग करना, फिलीपींस में 4000 हजार मेडिकल छात्रों (800 महाराष्ट्र) और मलेसिया तथा सिंगापूर में फंसे छात्रों को वापस भारत लाने के लिए मंत्रीजी से अनुरोध करना आदि कई ऐसे गंभीर मसले हैं, जो वे समय-समय पर संसद में गंभीरता से उठाती रही हैं और सरकार उनकी बातों को ध्यान से सुनती और समझती भी है। कोरोना काल में तो वे स्वयं एक कोरोना योद्धा बनकर पीड़ित मानवता की सेवा के लिए घर छोड़ सड़क पर निकल चुकी है। उन्होंने संसद में कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे डॉक्टर, नर्स, पुलिस, मीडिया, सफाईकर्मी, सामाजिक कार्यकर्त्ता की सुरक्षा के लिए उन्हें किट, ग्लब्स, सेनेटिज़ेर और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध करने की भी मांग की है। प्रधान मंत्री मोदीजी के आह्वान पर उन्होंने अपनी एक महीने की सैलरी और संसद निधि से एक करोड़ रूपये पीएम केयर फण्ड के राहत कोष में दिया है और अन्य लोगों को भी राहत कोष में दान देने के लिए प्रेरित कर रहीं हैं। वे क्षेत्र की लगातार मुआवना कर रही हैं। ये भी सुनिश्चित कर रही की कोई गरीब भूखा न सोये। खाने-पीने की चीज के अलावे मास्क, सेनेटिज़ेर का भी लगातार वितरण कर रही है।
सांसद नवनीत रवि राणा के अनुसार वर्तमान में स्वास्थ्य कर्मी ही धरती के भगवान हैं और आज जब अदृश्य और निर्जीव कोरोना के भयानक आक्रमण के कारण पूरा विश्व छटपटा रहा है, चीत्कार कर रहा है तो हमारे देश के डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों/कार्यकर्ताओं ने कोरोना के खिलाफ लगातार जंग छेड़ रखी है। वे अपनी जान और घर-बार की प्रवाह न करते हुए दिन-रात मैदान में डटे हैं और कोविंद 19 से पीड़ित लोगों की सेवा कर रहें हैं। अतः इन्हें सम्मान देने के साथ-साथ हमें हर तरह से सहयोग भी करना चाहिए। विदित हो कि कोरोना महामारी की विकट स्थिति में अमरावती जिले में लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात काम कर रहे हैं। इसी कारण सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने क्षेत्र के लोगों, कोरोना योद्धाओं आदि की सही देखभाल और उनके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। उच्च गुणवत्ता वाले पीपीई किट, फेस शील्ड, गॉगल्स, मास्क, एप्रन, लोअर, जुराब जैसी पूरी सामग्री वितरित कि गई है। क्षेत्र के डॉक्टरों और नर्सों ने सांसद नवनीत रवि राणा को इस अभिनव स्वैच्छिक कार्य के लिए धन्यवाद भी दिया है।