नई दिल्ली — देश भर में लागू लाकडाऊन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश को पाँचवीं बार संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते वक्त सबसे पहले देशवासियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुये दुनिया को चार महीने से ज्यादा समय बीत गया। इस दौरान भारत में अनेक परिवारों ने अपने परिवारी जनों को खोया है। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूंँ। साथियों एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियों को संकट का सामना कर रही है। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में जंग में जुटी हुई है। जब तक हम वायरस पर कारगर कोई वैक्सीन या उपाय नहीं ढूंढ लेते हैं तब तक वायरस से लड़ने के लिये हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी ही है। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- “आत्मनिर्भर भारत”। उन्होंने बीस लाख करोड़ के पैकेज की भी घोषणा करते हुये आगे कहा कि इक्कीसवीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है। लेकिन थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। भारत की सदी बनाने का हमारा दायित्व, आत्मनिर्भर भारत के प्रण से ही पूरा होगा। इस दायित्व को 130 करोड़ देशवासियों की प्राणशक्ति से ही ऊर्जा मिलेगी। लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नये रंग रूप वाला होगा, नये नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जायेगी। आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है, न सिर्फ लोकल Products खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है।ल्ली — देश भर में लागू लाकडाऊन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश को पाँचवीं बार संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते वक्त सबसे पहले देशवासियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुये दुनिया को चार महीने से ज्यादा समय बीत गया। इस दौरान भारत में अनेक परिवारों ने अपने परिवारी जनों को खोया है। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूंँ। साथियों एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियों को संकट का सामना कर रही है। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में जंग में जुटी हुई है। जब तक हम वायरस पर कारगर कोई वैक्सीन या उपाय नहीं ढूंढ लेते हैं तब तक वायरस से लड़ने के लिये हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी ही है। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- “आत्मनिर्भर भारत”। उन्होंने बीस लाख करोड़ के पैकेज की भी घोषणा करते हुये आगे कहा कि इक्कीसवीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है। लेकिन थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। भारत की सदी बनाने का हमारा दायित्व, आत्मनिर्भर भारत के प्रण से ही पूरा होगा। इस दायित्व को 130 करोड़ देशवासियों की प्राणशक्ति से ही ऊर्जा मिलेगी। लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नये रंग रूप वाला होगा, नये नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जायेगी। आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है, न सिर्फ लोकल Products खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है।
संबोधन की मुख्य बातें पीएम मोदी....
> संकट के इस दौर में देश को आगे बढ़ाना जरूरी है
> 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर रहा हूं
> यह आर्थिक पैकेज भारत की जीडीपी का 10 फीसदी है
> यह आर्थिक पैकेज गरीबों और किसानों के लिए है
>भारत में हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं
>130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प है
>भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, आत्मनिर्भरता की बात करते हैं
>21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है
>सब कुछ लोकल ही होगा,पर्व भी
देश में लगातार तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन 4.0 लागू किया जाएगा. वहीं, लॉकडाउन के बावजूद केंद्र सरकार की ओर से लगातार कई तरह की छूट दी जा रही हैं, ऐसे में लॉकडाउन का नया रंग-रूप कैसा होगा इस पर सबकी निगाहें अभी भी टिकी हैं.
बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में लॉकडाउन को लेकर 15 मई तक सुझाव मांगे थे. हालांकि, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम मोदी से लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की थी.