लखनऊ, । 1 मई मज़दूर दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के श्रमिक तथा कामगारों को बड़ा तोहफा दिया है। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन से तंगहाल स्थिति में सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के श्रमिकों के हितों का ध्यान रखा। उनकी गैर प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में वापसी कराने के साथ ही शुक्रवार को आर्थिक सहायता प्रदान की है। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम श्रम मेव जयते को नमन करते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ बैठक के बाद श्रमिकों और कामगारों को बड़ा उपहार दिया। आज एक साथ 30 लाख श्रमिकों को 300 करोड़ के भरण पोषण भत्ते का उपहार दिया गया। सीएम की तरफ से हर श्रमिक के खाते में एक एक हजार रूपये का भरण पोषण भत्ता प्रदान किया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार कामगारों और श्रमिकों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमने इससे पहले भी एक-एक हजार रुपया की धनराशि श्रमिक व कामगारों को प्रदान कराया है। आज मई दिवस पर हम एक बार फिर उनको आर्थिक सहायता दी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण रुकी गतिविधियों से प्रभावित श्रमिकों के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। इससे पहले 24 मार्च को 5.97 लाख निर्माण श्रमिकों के भरण-पोषण के लिए उनके खाते में हजार-हजार रुपया भेजा गया था। 30 अप्रैल 2020 को इस योजना के तहत 16.08 लाख निर्माण श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार की राशि का भुगतान हुआ है।
यूपी सरकार अब तक श्रमिकों के खाते में 160 करोड़ 82 लाख रुपए भेज चुकी है। 30 अप्रैल को 7.67 लाख दिहाड़ी मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपया प्रति श्रमिक भेजा गया है। गामीण इलाकों में 30 अप्रैल तक 5 लाख 55 हजार निराश्रित व्यक्तियों को 55.5 करोड़ का भुगतान किया गया है। 30 मार्च 2020 को 27 लाख 15 हजार मनरेगा मजदूरों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 611 करोड़ भेजा गया था। 30 अप्रैल तक प्रदेश की 44806 इकाइयों से श्रमिकों को 602.77 करोड़ के वेतन का भुगतान कराया गया है।
निशुल्क राशन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों तथा दिहाड़ी मजदूरों को अंत्योदय मनरेगा श्रमिकों को निशुल्क राशन दिया गया है। आज 1 मई से पुन: खाद्यान्न वितरण प्रारंभ किया जा रहा है। अब तक दिल्ली से करीब चार लाख हरियाणा से 12 हजार प्रवासी श्रमिकों और कामगारों को वापस लाया गया है। इसके साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व गुजरात से श्रमिकों को वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। 18 करोड़ श्रमिकों और जरूरतमंदों के लिए राशन उपलब्ध कराया गया है।
अब एक मई दिवस से दुबारा राशन देने का अभियान शुरू किया गया है। यूपी में सबको राशन पहुंचाने के लिए वन नेशन-वन कार्ड योजना लागू है। इस योजना के तहत यूपी के प्रवासी श्रमिक, कामगारों को देश के किसी भी हिस्से में राशन मिलेगा। दूसरे प्रदेश के लोगों को सिर्फ राशन कार्ड नंबर बताने पर भी यूपी में राशन मिलेगा।