इन तीन शहरों में नए प्लान से काम लेगी योगी सरकार,भेजी जाएगी हाई लेवल मेडिकल टीम


लखनऊ:  यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित आगरा, मेरठ और कानपुर जिलों में हालात का जायजा लेने के लिए एक-एक हाई लेवल मेडिकल टीम भेजने के निर्देश दिए हैं. 


सीएम ने लॉकडाउन व्यवस्था की रविवार को उच्च स्तरीय समीक्षा करते हुए कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने और परिस्थिति पर निगरानी रखने के लिए आगरा, मेरठ और कानपुर जिलों में एक-एक उच्च स्तरीय चिकित्सकीय दल भेजा जाए.


उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार और चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव रजनीश दुबे को आगरा में शिविर करने के निर्देश दिए. उनके साथ पीजीआई से एक वरिष्ठ डॉक्टर और पुलिस अधिकारी भी रहेंगे.


उन्होंने मेरठ में सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव टी वेंकटेश के साथ चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को समीक्षा करने को कहा.


गौरतलब है कि इस वक्त प्रदेश में संक्रमित लोगों की सर्वाधिक संख्या आगरा, कानपुर नगर और मेरठ में है, जिनका अभी उपचार चल रहा है. शनिवार रात तक के आंकड़ों के मुताबिक आगरा में 455, कानपुर नगर में 235 और मेरठ में 144 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है.


आगरा में 21, मेरठ में 11 और कानपुर में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है. योगी ने दोहराया कि विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटने वाले प्रवासियों की एक सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन्हें सुरक्षित वापस लाया जा सके. 


उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए. अन्तरराज्यीय और अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाए. साथ ही, विभिन्न राज्यों की सीमाओं से कोई भी व्यक्ति पैदल न चले और हर हाल में पलायन को रोका जाए. 


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी सामुदायिक रसोइयों में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए. साथ ही, उन्हें संक्रमणयुक्त भी किया जाए. उन्होंने घर तक सामान पहुंचाने की व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए. 


योगी ने संक्रमण की जांच संबंधी क्षमता बढ़ाने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में मौजूद वेंटिलेटरों को सक्रिय किया जाए. इसके अलावा एनेस्थीशिया डॉक्टरों की सूची भी बना ली जाए. उन्होंने आपात चिकित्सकीय सेवाएं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए. 


उन्होंने कहा कि पुलिस बल को कोविड—19 संक्रमण से बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं.