बस्ती। लॉकडाउन पीरियड में लोग अपने अपने तरीकों और सामर्थ्य के अनुसार समाज के साथ खड़े हैं। कोई जरूरतमंदों मे राशन व अन्य रोजमर्रा की वस्तुयें बांटकर उनकी मुश्किलें आसान कर रहा है तो कोई मास्क सेनेटाइजर बांटकर लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने मे जुटा है। इसी भीड़ में एक व्यक्ति ऐसा भी है जो हाथ मे केतली, डिस्पोजल गिलास और नमकीन बिस्कुट की पैकेट के साथ स्कूटी पर सवार होकर पुलिस व मीडियाकर्मियों को निःस्वार्थ भाव से चाय बांटता है। समय होता है तो वे खुद ही अकेले निकल पड़ते हैं।
इनका नाम सतेन्द्र श्रीवास्तव है, समाजसेवा की इनकी इसी सोच का नतीजा है कि इनको सामाजिक संस्था चित्रांश क्लब के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गयी हैं। लाकडाउन पीरियड में वे ऐसा करके गर्व महसूस कर रहे हैं। उनक कहना है कि लॉकडाउन में चाय की दुकाने बंद हैं। दिन पर काम करने वाले पुलिस व मीडियाकर्मियों को चाय की तलब जरूर लगती है। चाहकर भी उन्हे चाय नही मिलती। सतेन्द्र ऐसा करके आनंद की अनुभूति करते हैं। शहर में इसको लेकर चर्चा हो रही है। सफेद स्कूटी, मास्क लगाये एक नौजवान के हाथ में केतली देखते ही लोग समझ जाते हैं कि उनकी चाय आ गयी। अब तो लोगों की आदत सी हो गयी है, दोपहर में लोग उनका इंतजार करते हैं।