कोरोना महामारी के बीच चल रहे लॉकडाउन में बाहर फंसे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का प्रयास जो सरकार कर रही है, उसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रोडवेज़ की भी है। वहीं इस बीच बस्ती रोडवेज के चालकों ने बस स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। चालकों ने विभाग पर गभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि न तो उन्हें समय से भोजन पानी मिल रहा है और न ही सुरक्षा। ऐसे में वह अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ नही करेंगे। हालांकि मौके पर पहुंचे एएसपी पंकज कुमार ने समझाने का प्रयास किया है। दरअसल आज रात 9 बजे अचानक उस समय बस स्टेशन पर अफरा तफरी मच गई, जब रोडवेज बस चालकों ने अपनी मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया और धरने पर बैठ गए।
रोडवेज बस चालकों ने विभाग पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि समय से भोजन पानी तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में खाली पेट कैसे बस चला पाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारी को जब सूचना दी जाती है तो वो अपना रौब झाड़ने लगते हैं। इतना ही नही कोरोना से बचाव के लिए भी कोई व्यवस्था नही की जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि बसों को सेनेटाइज नही किया जा रहा है। सिर्फ सेनेटाइजेशन से भी बचाव नही होगा। बता दें कि बस्ती जिले में अभी तक तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें आ चुकी हैं जिसमे लगभग कई जिलों के श्रमिक और उनके परिजन हैं। इन्हें बस्ती से रोडवेज बसों द्वारा उनके जिलों को रवाना किया जा रहा है।