76 दिनों के मिड डे मील का राशन व कन्वर्जन कॉस्ट का पैसा बच्चों को दिया जाएगा :- बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी

लखनऊ: लॉकडाउन के समय और गर्मी की छुट्टियों के 76 दिनों के मिड डे मील का राशन व कन्वर्जन कॉस्ट बच्चों को उपलब्ध करा दी जाएगी। कन्वर्जेंस कॉस्ट अभिभावकों के खाते में जाएगी तो वहीँ राशन कोटेदार के जरिये से दिया जाएगा। प्राइमरी स्कूल के एक बच्चे को 76 दिन के लिए 374.29 रुपये और जूनियर में प्रति विद्यार्थी 561.02 रुपये कन्वर्जेंस कॉस्ट उपलब्ध कराई जाएगी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश चन्द द्विवेदी ने यह बताया है। सरकारी व सहायताप्राप्त सभी स्कूलों में पढ़ रहे 1.80 करोड़ बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।


 


इस बारे में बेसिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने आदेश जारी कर दिया है। प्राइमरी के बच्चे को 7.60 किग्रा और जूनियर में प्रति बच्चा 11.40 किग्रा राशन उपलब्ध कराया जाएगा। ये राशन कोटेदार के जरिये दिया जाएगा। इसके लिए प्रधानाचार्य प्राधिकार पत्र जारी करेंगे, जिसमें स्कूल, छात्र-छात्रा का नाम, पंजीयन संख्या, कक्षा व खाद्यान्न की मात्रा अंकित की जाएगी। इसे एक वक़्त में दो-तीन अभिभावकों को स्कूल बुलाकर देंगे। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। वहीं खातों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए प्रधानाचार्य व शिक्षकों को लगाया दिया जाएगा।


 


सभी को मिड डे मील में खाद्यान्न में गेहूं व चावल मिलता है। वहीं कन्वर्जेंस कॉस्ट दाल, सब्जी, मसाला, तेल, खाना पकाने के ईंधन इत्यादि में खर्च होता है। मेन्यू में चार दिन चावल और दो दिन गेहूं से बने भोजन दिए जाते हैं।


 


कक्षा                      अनाज                     कन्वर्जेंस कॉस्ट


कक्षा 1 से 5 तक        100 ग्राम प्रतिदिन       4.97 रुपये प्रतिदिन


कक्षा 6-8 तक          150 ग्राम प्रतिदिन       7.45 रुपये प्रतिदिन


(बीते शैक्षिक सत्र में कन्वर्जन कॉस्ट प्राइमरी के लिए 4.48 व जूनियर में 6.71 रुपये थी। 24 से 31 मार्च तक की गणना इसके आधार पर की जाएगी।)


 


कुल नामांकित बच्चे


प्राथमिक                     जूनियर                 कुल बच्चे


1,23,14,652            57,05,194           1,80,19,846


(करीब 50 फीसदी बच्चे ही एमडीएम खाते हैं)