सपा नेता वृजेश मिश्र ने वृजभूषण तिवारी के चित्र पर माल्यार्पण किया और वृद्धा आश्रम में वितरण हेतु फल व अन्य सामग्री भेंट किया। 


बस्ती। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता चिन्तक पूर्व सांसद वृजभूषण तिवारी को उनके आठवीं पुण्य तिथि पर सादगी के साथ याद किया गया। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जारी लॉक डाउन के कारण सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने वृजभूषण तिवारी के योगदान पर विमर्श किया।  समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता वृजेश मिश्र ने वृजभूषण तिवारी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ ही वृद्धा आश्रम के वृद्ध जनों में वितरण हेतु फल व अन्य सामग्री भेंट किया। 


समाजवाद के प्रमुख विचार एवं डा. राम मनोहर लोहिया के प्रिय शिष्य वृजभूषण तिवारी के निकट सहयोगी वृजेश मिश्र ने उन्हें पुण्य तिथि पर नमन् करते हुये कहा कि स्वर्गीय बृजभूषण तिवारी  उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के टिकट पर राज्यसभा में दूसरे कार्यकाल के लिए 2012 में निर्वाचित हुए थे,जबकि राज्यसभा के अपने पहले कार्यकाल में दिसंबर 2006 से जुलाई 2010 तक उत्तर प्रदेश का ही प्रतिनिधित्व किया।
बताया कि बृजभूषण तिवारी जी पहली बार 1977 मे छ्ठी लोकसभा के लिए वर्ष 1989 में नौंवी और वर्ष 1996 में दसवी लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे एवं वर्ष 1964 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के भी अध्यक्ष चुने गए थे।लोहिया जी ने उनकी मेधा को पहचान कर “विद्यार्थी और राजनीति” नामक लम्बा ऐतिहासिक पत्र लिखा,कृष्ण मेनन ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका पर बहस करते हुए “लोहिया ब्वाय” के रूप में जिसकी पुष्टि की और छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्रा ने सिद्धार्थनगर में 1996 के लोकसभा चुनाव में पर्चा दाखिला के अवसर पर जिन्हें ‘सीमान्त लोहिया’  कहकर सम्बोधित किया। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिन्हें गुरुतुल्य एवं मार्गदर्शक समझते रहे और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव द्वारा  जिनकी रणनीति,कार्यक्रम और विचारशैली का सम्मान करते हुए दो बार राज्यसभा भेजना और सदन का नेता बनाना तिवारी के व्यक्तित्व की विराटता को सहज ही स्पष्ट कर देता है। 
पुण्य तिथि पर वृजभूषण तिवारी को नमन् करने के साथ ही  वृद्धा आश्रम में फल भेंट करने वालों में मुख्य रूप से अनिल कुमार चौधरी, दुर्गेश मिश्रा, प्रदीप कुमार राजभर, धु्रव नारायण चौधरी, पवन कुमार मिश्र, हरीश यादव, अभिषेक मिश्रा  आदि शामिल रहे।