रैपिड टेस्टिंग किट मानकों पर फेल, हेल्थ डिपार्टमेंट ने ICMRको चिट्ठी लिखी


जयपुर: राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश मेंकोरोनाकी वास्तविकता जांचने के लिए ही रैपिड टेस्टिंग किट की मदद ली जा रही थी लेकिन किट के पूर्णतया कसौटी पर खरा नहीं उतरने के बाद प्रदेश में इस किट से टेस्टिंग रोक दी गई है. उन्होंने बताया कि इसके बारे में आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) को लिख दिया है. वहां से अनुकूल जवाब नहीं मिलने पर इन किट्स को वापस भी भेजा जा सकता है.


डॉ. शर्मा ने बताया कि रैपिड टेस्टिंग किट का प्रभाव जानने के लिए विभाग ने माइक्रोबॉयोलॉजी की हेड और मेडिसन विभाग प्रमुख के नेतृत्व में कमेटी बनाई थी. इन किट्स की एक्यूरेसी (शुद्धता) 90 प्रतिशत होनी चाहिए थी लेकिन कमेटी के रिपोर्ट के अनुसार,  एक्यूरेसी 5.4 प्रतिशत ही आ रही है. उन्होंने बताया कि टेस्टिंग के वक्त आईसीएमआर की तापमान सहित अन्य गाइडलाइन का पूर्णतया पालन किया गया था.


चिकित्सा मंत्री ने बताया कि चिकित्सकों की टीम ने सलाह दी है कि टेस्टिंग किट के इस्तेमाल से कोई फायदा नहीं है. ऐसे में रैपिड टेस्टिंग किट से जांच रोक दी गई है. वर्तमान में पीसीआर द्वारा ही जांचें की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि मांग के चलते पीसीआर किट की खरीद के भी विभाग ने ऑर्डर कर दिए हैं.
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1628 हुई
गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 52 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या मंगलवार सुबह तक बढ़कर 1628 हो गई. राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह नौ बजे तक 52 नये मामले सामने आए जिनमें जयपुर से 34, भीलवाड़ा से चार, जोधपुर से पांच, टोंक व जैसलमेर से दो दो मामले भी शामिल हैं.


सिंह ने बताया कि सरकार ने 4000 नमूने दिल्ली की एक निजी लैब में भेजे थे जिनकी रिपोर्ट आनी शुरू हो गई है इसलिए मंगलवार और बुधवार को नये संक्रमितों की संख्या काफी अधिक बढ़ सकती है


राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 61 वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है. राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है.