नार्वे ने किया ऐलान,उसने पा लिया कोरोना पर जीत,लेकिन कैसे


नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है। यूरोप के तमाम देश, अमेरिका, भारत इस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और किसी भी तरह से इस संक्रमण पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच नॉर्वे का दावा है कि उसने कोरोना वायरस पर नियंत्रण पा लिया है। नॉर्वे के स्वास्थ्य मंत्री बेंट होई ने कहा कि लॉकडाउन के बाद हमने अपेक्षा की थी कि जो लोग संक्रमित हैं उनसे यह संक्रमण 2.5 लोगों में पहुंचेगा, लेकिन यह इससे भी नीचे 0.7 तक पहुंच गया। यानि 1 से नीचे की संख्या का मतलब है कि यह संक्रमण लोगों में फैलना बंद हो चुका है और अब यह मरना शुरू हो जाएगा।


नॉर्वे में प्रति 10 लाख 101986 लोगों का टेस्ट किया गया। वहीं यूके की बात करें तो यहां पर प्रति 10 लाख 18996 लोगों का ही टेस्ट किया गया। यही वजह है कि नॉर्वे में काफी ज्यादा संख्या में लोगों का टेस्ट होने की वजह से इस संक्रमण को रोकने में बड़ी सफलता हासिल हुई। यही नहीं नॉर्वे में खेल और सांस्कृतिक आयोजन के साथ शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया, जिसकी वजह से संक्रमण काफी कम फैला। नॉर्वे में 12 मार्च से ही लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया। हालांकि नॉर्वे में 12 अप्रैल तक सभी स्कूल और नर्सरीज को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।


नॉर्वे में संक्रमण के कुल 5760 मामले सामने आए थे, जबकि 74 लोगों की मौत हो गई थी। 2 अप्रैल तक यहां संक्रमण की संख्या में लगातार कमी दर्ज की गई। 26 फरवरी के बाद से ही नॉर्वे की 20 टेस्टिंग लैब में टेस्टिंग को बड़ी संख्या में किया गया। यही एक बड़ी वजह है कि नॉर्वे में संक्रमण को काबू पाने में सफलता मिली और इस बात का ऐलान किया गया कि संक्रमण पर काबू पा लिया गया है।


भारत की बात करें तो यहां कोरोना की वजह से अबतक 111 लोगों की संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 704 मामले सामने आए। वहीं पिछले 24 घंटों में 28 लोगों की मौत हो गई है। भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 4281 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई है, उसमे 63 फीसदी वो लोग हैं जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, जबकि 30 फीसदी मरने वालों की उम्र 40-60 वर्ष के बीच है। जबकि 7 फीसदी मरने वालों की उम्र 40 वर्ष से कम है। लव अग्रवाल ने बताया कि 76 फीसदी कोरोना संक्रमण से संक्रमित लोग पुरुष हैं, जबकि 24 फीसदी महिलाएं इस वायरस से संक्रमित हैं।