मुरादाबाद:-क्वारंटाइन हेतु ले जानेवाली पुलिस एवं मेडिकल टीम पर हमला डाक्टर हुआ घायल,20 हिरासत में,एनएसए लगाने की तैयारी


मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश सरकार जहां कोरोना वायरस के संक्रमण में आए लोगों को सुरक्षित करने में जुटी है, वहीं कुछ लोग इसे सफल नहीं होने देना चाह रहे हैं। बुधवार को मुरादाबाद के हॉटस्पॉट नवाबपुरा में गई पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। पथराव किया और टीम की दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। टीम में शामिल एक चिकित्सक को गाड़ी से खींचकर उपद्रवियों ने जमकर पीटा। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।


गृह विभाग ने पत्र सूचना शाखा यूपी के माध्यम से प्रेस नोट जारी कर आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कारवाही करने की जानकारी दी है



पीतलनगरी मुरादाबाद में कोरोना के संक्रमण में आकर दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हर क्षेत्र में लोगों का परीक्षण शुरू किया है। इसी बीच बुधवार को टीम की कुछ उपद्रवियों ने हमला बोल दिया। वहां से मेडिकल टीम के कुछ लोग किसी तरह से जान बचाकर सीएमओ कार्यालय पहुंचे और उनको सारी स्थिति से अवगत कराया। चिकित्सकों की टीम को पिटता देख पुलिस की टीम भी भाग खड़ी हुई। उपद्रवियों ने एंबुलेंस में तोड़-फोड़ भी की और पथराव किया। इस घटना की जानकारी मिलने पर डीएम के साथ एसपी भी मौके पर पहुंचे हैं। यहां पर पुलिस ने दस लोगों को हिरासत में लिया है। शहर के इमाम को भी बुला लिया गया है। पथराव में घायल डॉक्टर का नाम सुधीश चंद्र अग्रवाल है। 


मुरादाबाद में कोरोना वायरस के संक्रमण में आए परिवार के लोगों को चिकित्सकों की टीम क्वारंटाइन के लिए ले जाने पहुंची थी। इसी बीच टीम पर मुरादाबाद के नवाबपुरा मुहल्ले के लोगों ने हमला कर दिया। टीम पर न केवल पथराव किया गया, बल्कि एंबुलेंस में तोड़-फोड़ भी की गई। इसके चलते टीम को उल्टे पांव भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इनके साथ में गए चार पुलिस वाले स्वास्थ्य विभाग की टीम को छोड़कर भाग निकले। उपद्रवियों ने एक डॉक्टर को बंधक बना लिया है। अब इस सूचना के बाद क्षेत्र में पुलिस फोर्स भेजी जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों के ईंट पत्थर के टुकड़े लगे हैं। डॉक्टर एचसी मिश्रा और एक टेक्नीशियन के गंभीर चोट आई हैं।


 
सीएम ने कहा-एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आज मुरादाबाद में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि मेडिकल टीम पर हमला एक अक्षम्य अपराध है। पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है। ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्यवाही की जाएगी। दोषी व्यक्तियों द्वारा की गई राजकीय सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी। जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करें और प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स व कर्मी सभी सफाई अभियान से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी तथा सुरक्षा में लगे सभी पुलिस अधिकारी व पुलिस के कर्मी इस आपदा की घड़ी में दिन रात सेवा कार्य में जुटे हैं। 


हमले की घटना के बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि मौके पर डीएम और एसएसपी पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि यह जघन्य अपराध है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज पूरी तरह से सहयोग कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अफवाह के चक्कर में ऐसी हरकतें कर रहे हैं। आरोपियों की शिनाख्त कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।


मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के नवाबपुरा क्षेत्र में रहने वाला सरताज आठ अप्रैल को तबीयत बिगडऩे पर उपचार के लिए तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के मेडिकल कालेज पहुंचा था, जहां उसे भर्ती कर लिया गया। उसकी लक्षण को देखते हुए नौ अप्रैल को उसका सैंपल लिया गया था। 13 अप्रैल को देर शाम उसकी रिपोर्ट मिली, जिसमें कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। उसी दिन रात दस बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद देर रात सरताज के परिजनों को क्वारंटाइन के लिए आइएफटीएम यूनिवर्सिटी ले जाया गया।


सरताज के छोटे भाई को भी तीन दिन से बुखार होने के कारण उसे क्वारंटाइन के लिए ले जाने के लिए बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम नवाबपुरा पहुंची। टीम के वहां पहुंचने के बाद मुहल्ले के लोग एकत्रित होना शुरू हो गए और बाकी परिजनों को ले जाने का विरोध करने लगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें समझाने की कोशिश तो भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और देखते-देखते ही टीम पर हमलावर हो गए।


टीम खुद को बचाते हुए भागने लगी तो पथराव कर दिया। पथराव होते देख टीम के साथ गए चारों पुलिस वाले मैदान छोड़कर भाग निकले। एक डॉक्टर को बंधक बना लिया गया। इसमें एचसी मिश्रा के गंभीर चोट आई हैं। जबकि एक टेक्नीशियन को भी चोट लगी है। एंबुलेंस भी क्षतिग्रस्त हुई है। फिलहाल एसपी सिटी फोर्स के साथ घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं।